कार्ति चिदंबरम पर ED की बड़ी कार्रवाई, करोड़ की प्रॉपर्टी की जब्त

नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे और सांसद कार्ति चिदंबरम पर बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में कार्ति चिदंबरम की 11.04 करोड़ की संपत्ति अटैच कर दी है. मालूम हो कि ईडी ने यह कार्रवाई INX मीडिया मामले में की है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक ईडी ने कर्नाटक के कूर्ग जिले में 11.04 करोड़ रुपये मूल्य की 4 संपत्तियां कुर्क की हैं, जो आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के मामले में कार्ति पी चिदंबरम और अन्य से संबंधित हैं.

इधर, कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने जॉर्ज सोरोस की ‘लोकतंत्र के पुनरुद्धार’ (George Soros comment on India) वाली टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. ट्वीट्स की एक श्रृंखला में पूर्व वित्त मंत्री ने अरबपति व्यापारी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सोरोस की अधिकांश बातों से सहमत नहीं हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं जॉर्ज सोरोस द्वारा पूर्व में कही गई अधिकांश बातों से सहमत नहीं था. और वो अब जो कुछ भी कह रहे हैं उससे भी सहमत नहीं हूं. भारत में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को गिराने की उनकी टिप्पणी एक बचकाना बयान है.

जानें क्या है पूरा मामला

एफआईपीबी की 18 मई 2007 को हुई बोर्ड मीटिंग में आईएनएक्स मीडिया के आईएनएक्स न्यूज प्राइवेट लिमिटेड में निवेश को मंजूरी नहीं दी थी. आरोप है कि इसके बाद एफआईपीबी के अप्रूवल को मैन्यूपुलेट किया गया. आईएनएक्स मीडिया ने आईएनएक्स न्यूज प्राइवेट लिमिटेड में 305 करोड़ का निवेश किया, जबकि इसके लिए एफआईपीबी का अप्रूवल नहीं था. इसके महीनों बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट हरकत में आया. एफआईपीबी, जो वित्त मंत्रालय के अधीन है, से इस बारे में जवाब-तलब किया गया. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने निवेश के बारे में और एफडीआई को किस आधार पर मंजूरी दी गई, इस बारे में जानकारी मांगी थी.

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से दबाव बढ़ने पर एफपीआईबी ने आईएनएक्स मीडिया से इस बारे में जवाब-तलब किया, जिसके बाद आईएनएक्स मीडिया ने कार्ति चिदंबरम की सेवाएं लीं. सीबीआई का आरोप है कि मामले को सुलझाने के लिए कार्ति चिदंबरम ने तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ अपने रिश्तों का गलत इस्तेमाल किया. सीबीआई ने दावा किया था कि कार्ति चिदंबरम ने एफआईपीबी के कुछ ब्यूरोक्रैट्स की मदद ली थी. फिलहाल मामला अदालत में विचाराधीन है.

Related Articles

Back to top button