क्या आप जानते हैं बाइडेन के भाषण को लिखने वाले भारतीय के बारे में?

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को शपथ लेने के बाद देश को पहली बार संबोधित किया। बाइडन के इस भाषण पर दुनिया भर की नजरें टिकीं थी।

वहीं दूसरी ओर भारत के लिए यह पल बेहद ही खास था। भारत के लिए गर्व करने वाली बात यह है कि बाइडन के इस भाषण को एक भारतीय ने तैयार किया था।

आइए बताते हैं कि कौन बाइडन का भाषण लिखने वाले भारतीय विनय रेड्डी…

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने शपथ लेने के पहले ही अपने प्रशासन में 20 अमेरिकी भारतीयों को स्थान दिया और वह सुर्खियों में हैं।  बाइडन का भाषण लिखने वाले मूलरूप से भारत के तेलंगाना से हैं। करीमनगर जिले का पोथीरेड्डीपेट उनका पुस्तैनी गांव है।

विनय रेड्डी की परवरिश अमेरिका के ओहायो में हुई। रेड्डी ने मियामी विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा पूरी की। वर्ष 2013-17 में जब बाइडन अमेरिका के उप राष्ट्रपति थे, उस दौरान रेड्डी ही उनके भाषण लिखा करते थे।

रेड्डी ऐसे पहले भारतीय अमेरिकी हैं जो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के भाषण लेखक के तौर पर नियुक्त हुए हैं।

इससे पहले, विनय रेड्डी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जो बाइडन और कमला हैरिस के चुनाव प्रचार के लिए भाषण लिख चुके हैं।

विनय रेड्डी की खास बात यह भी है कि जब बराक ओबामा के कार्यकाल में जो बाइडन उप राष्ट्रपति थे, तब वह उनके चीफ स्पीचराइटर भी थे। अब रेड्डी बाइडन का भाषण लिखने वाली टीम के डायरेक्टर हैं।

विनय रेड्डी के पिता का नाम नारायण रेड्डी है। उन्होंने शुरुआती शिक्षा पोथीरेड्डीपेट गांव में ही ग्रहण की। इसके बाद हैदराबाद से एमबीबीएस की पढ़ाई की। वर्ष 1970 में वह अमेरिका चले गए थे। विनय का जन्म अमेरिका में ही हुआ।

उनका परिवार का नाता अपने गांव से हमेशा जुड़ा रहा है। गांव में परिवार की अब भी तीन एकड़ भूमि और एक घर है। नारायण रेड्डी और उनकी पत्नी विजया रेड्डी अब भी गांव आते जाते हैं। वह आखिरी बार फरवरी, 2020 में आए थे।

हाइट हाउस में स्पीच राइटर डिपार्टमेंट का खास महत्व है। उसके पास राष्ट्रपति का भाषण लिखने और उसके बारे में रिसर्च करने की जिम्मेदारी होती है।

बाइडन के भाषण की एक बार माइक डॉनिलन जांच करेंगे। बायोग्राफर जॉन मीचम के साथ ही डॉनिलन लंबे समय तक बाइडन के सलाहकार रहे हैं।

अमेरिका में राष्ट्रपति के भाषण लिखने की परंपरा जॉर्ज वाशिंगटन के समय से चली आ रही है। वाशिंगटन ने 30 अप्रैल, 1789 को अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बने थे।

वाशिंगटन ने अपने पहले भाषण में नई और मुक्त सरकार के बारे में बात की थी। उन्होंने अपने दूसरे भाषण में 135 शब्दों की सबसे छोटी स्पीच दी थी। 1841 में विलियम हैनरी ने सबसे लंबी स्पीच दी थी। हैरिसन का भाषण 8455 शब्दों का था।

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