डिंपल यादव पर अश्लील बयान: मौलाना की जुबान काटने पर ₹1,51,000 का इनाम, योगी यूथ ब्रिगेड का एलान !

उत्तर प्रदेश में एक टीवी चैनल की लाइव डिबेट में मौलाना साजिद रशीदी द्वारा सपा सांसद डिंपल यादव को लेकर की गई अशोभनीय टिप्पणी ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेशभर में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने इस बयान के विरोध में उग्र टिप्पणी करते हुए मौलाना की “जुबान काटकर लाने” वाले को ₹1,51,000 का इनाम देने का ऐलान किया है।
संसद के पास मस्जिद में हुई थी बैठक
अखिलेश यादव ने संसद के पास स्थित एक मस्जिद में समाजवादी पार्टी के सांसदों के साथ बैठक की थी, जिसमें डिंपल यादव भी मौजूद थीं। इसी घटना को लेकर एक टीवी चैनल की डिबेट के दौरान मौलाना साजिद रशीदी ने डिंपल यादव के पहनावे पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा, “मस्जिद में दो मोहतरमा आई थीं। एक ने खुद को ढक रखा था, दूसरी मोहतरमा डिंपल यादव, उनकी पीठ की फोटो देख लीजिए… नंगी बैठी हैं।” इस बयान ने सियासी हलकों में बवाल खड़ा कर दिया।
समाजवादी पार्टी का उग्र विरोध, लखनऊ में दर्ज हुआ केस
इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राज्यभर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। लखनऊ में मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह न केवल डिंपल यादव बल्कि पूरे हिंदू समाज की महिलाओं का अपमान है और इसकी सख्त सजा होनी चाहिए।
योगी यूथ ब्रिगेड की धमकी: “हड्डी तोड़ देंगे”
योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने बेहद तीखा बयान देते हुए कहा कि, “इस्लाम में मुस्लिम महिलाओं का सम्मान नहीं होता। उन्हें हलाला, तीन तलाक और शारीरिक शोषण का शिकार बनाया जाता है। अब अगर किसी हिंदू स्त्री का अपमान किया जाएगा, तो यह बर्दाश्त नहीं होगा।”
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “बहुत जल्दी मौलाना साजिद की हड्डी तोड़ कुटाई होगी, ताकि वह सपने में भी किसी हिंदू स्त्री का अपमान न सोच सके।”
“जुबान काटने पर ₹1,51,000 रुपये का इनाम”
कुंवर अजय तोमर ने आगे कहा कि, “अखिलेश यादव की विचारधारा हमसे अलग हो सकती है, लेकिन जब बात एक हिंदू स्त्री के मान-सम्मान की होगी, तो हम खड़े रहेंगे। डिंपल यादव सबसे पहले एक हिंदू महिला हैं, और उनका अपमान किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।”
आखिर में उन्होंने कहा कि “जो कोई भी इस मौलाना की जुबान काटकर लाएगा, उसे ₹1,51,000 रुपये का इनाम दि या जाएगा।”
डिबेट में अभद्रता या सुनियोजित साजिश?
इस घटना ने टीवी डिबेट्स की गिरती मर्यादाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह सब कुछ महज एक अभद्र टिप्पणी थी या किसी विशेष राजनीतिक मकसद से दिया गया बयान? सियासी गलियारों में ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या टीवी चैनलों का उद्देश्य अब मुद्दों पर बहस करना है या विवाद भड़काना?