दिल्ली: Driving License Test देने के लिए अब नहीं करना होगा लंबा इंतजार, जानिए कैसे

नई दिल्ली. दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए दिल्ली सरकार (Delhi Government) की ओर से डोर स्टेप डिलीवरी सर्विसेज (Door step Delivery Services) के तहत ऑनलाइन सेवा शुरू की गई थी. इस सर्विस के शुरू होने के बाद इसकी अब इतनी जबरदस्त डिमांड हो गई है कि अब आवेदकों को ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) के लिए ड्राइविंग टेस्ट देने को तीन-तीन माह की वेटिंग मिल रही है.इस वेटिंग को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने अब नया रास्ता निकाला है. अब आवेदक किसी भी जोनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के खाली ऑटोमेटेड ट्रैक (Automated Track) का चयन ड्राइविंग टेस्ट (Driving Test) के लिए कर सकते हैं.

बताते चलें कि इससे पहले लंबी वेटिंग को कम करने के लिए भी दिल्ली सरकार की ओर से रात्रि 10 बजे तक ऑटोमेटेड ट्रैक पर ड्राइविंग टेस्ट लेने की व्यवस्था कर रखी है. इसके लिए विभाग की ओर से ऑटोमेटेड ट्रैक को हाई क्वालिटी वाली लाइटिंग से लैस किया गया है जिससे कि रात के वक्त भी दिन जैसा महसूस हो सके.

इस बीच देखा जाए तो दिल्लीभर में दिल्ली सरकार (Delhi Government) की 13 ट्रांसपोर्ट अथॉरिटीज हैं. इस सभी में बनने वाले ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) की सुविधा ऑनलाइन शुरू की गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने गत 11 अगस्त को आईपी इस्टेट (IP Estate) स्थित ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (Transport Authority) में ताला लगाकर इस सुविधा की शुरुआत की थी. और कहा गया था कि अब दिल्ली वालों को लाइसेंस बनवाने के लिए किसी अथॉरिटी में जाने की जरूरत नहीं होगी. अब यह सुविधा उनको घर बैठे ही ऑनलाइन मिलेगी.

ड्राइविंग टेस्ट देने की वेटिंग तीन माह तक पहुंची
अब लोग ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी बंद होने के बाद घर बैठे अपना लाइसेंस बनवाने के लिये बढ़-चढ़कर आगे रहे हैं. इसकी वजह से ड्राइविंग टेस्ट देने के लिए आवेदकों की वेटिंग भी बहुत लंबी हो गई है. कई अथॉरिटीज में तो ड्राइविंग टेस्ट (Driving Test) देने के लिए वेटिंग की समय सीमा तीन-तीन माह तक पहुंच गई है.

इन ऑथरिटीज में है वेटिंग का ये स्टेटस
दिल्ली सरकार की 13 ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी है, जहां अब परमानेंट लाइसेंस बनवाने के लिए ऑटोमेटिक ट्रैक पर टेस्ट लिए जा रहे हैं. लेकिन टेस्ट के लिए आवेदकों को लंबी वेटिंग मिल रही है. इन अथॉरिटीज में से खासकर सूरजमल विहार, लोनी रोड, झड़ौदा स्थित ऑटोमेटेड ट्रैक के लिए आवेदकों को तीन-तीन माह की वेटिंग मिल रही है. वहीं, वसंत विहार अथॉरिटीज के अंतर्गत ऑटोमेटेड ट्रैक पर 15 दिन में ही टेस्ट हो जा रहा है.

ऑटोमेटेड ट्रैक के लिए चुन सकते हैं कोई भी खाली ट्रैक
ऑटोमेटेड ट्रैक के लिए मिल रही लंबी वेटिंग को कम करने के लिये दिल्ली सरकार ने नया आदेश निकाला है. इसके बाद अब आवेदकों को अपने पत्ते के मुताबिक अथॉरिटीज के ट्रैक पर ही टेस्ट देने की जरूरत नहीं है. वह अब परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन के समय विभाग की वेबसाइट पर जाकर जिस भी जोनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में जगह खाली मिलती है, उस कार्यालय के ट्रैक पर भी टेस्ट देने के लिए आवेदन कर सकते हैं. अभी तक इस तरह की सुविधा नहीं दी जा रही थी.

केवल आवेदक को पते के आधार पर ही करना होता ट्रैक का चयन
फिलहाल यह सुविधा केवल आवेदक को उसके पते के आधार पर ही उस इलाके के जोनल ट्रांसपोर्ट कार्यालय के ऑटोमेटिक ट्रैक पर ही टेस्ट देने के लिए दी जा रही थी. लेकिन अब लगातार बढ़ती संख्या को कम करने और ज्यादा सुविधा देने के उद्देश्य यह नई व्यवस्था शुरू की जा रही है.

वेटिंग कम करने को रविवार को भी लिया जा रहा टेस्ट
इसके अलावा ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने ड्राइविंग टेस्ट के लिए मिल रही लंबी वेटिंग को कम करने के लिए एक अन्य तरीका भी अपनाया हुआ है. विभाग ने रविवार को भी टेस्ट लेने की अनुमति दे‌ रखी है. छुट्टी वाले दिन यानी रविवार को टेस्ट की अनुमति मिलने से वेटिंग को कम करने में काफी मदद भी मिल रही है.

अब तक इन सभी कार्यों के लिए जाना होता था ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी

13 ट्रांसपोर्ट अथॉरिटीज में इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर पब्लिक सर्विस व्हीकल (PSV) बैज, व्हीकल रजिस्ट्रेशन और कंडक्टर लाइसेंस आदि जारी कराने को इन अथॉरिटी के ऑफिस में जाकर कराना होता था. लेकिन अब यह सभी सुविधा ऑनलाइन कर दी गई है. इनमें से अब सिर्फ लोगों को अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए ड्राइविंग टेस्ट देने को ही अथॉरिटी जाना होता है. वहीं, अगर वाहनों की फिटनेस का सर्टिफिकेट लेना हो तो भी अथॉरिटी में जाना होगा. बताते चलें कि दिल्ली सरकार की ओर से 11 अगस्त को फेसलेस स्कीम के जरिए घर बैठे ही ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस का एग्जाम देने की शुरुआत की गई थी. इसके बाद अब केवल आवेदक को परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ही ड्राइविंग टेस्ट देने आरटीओ ऑफिस जाना पड़ रहा है.

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