क्रूज ड्रग्स केस का अधिकारी बदला:NCB ने DDG को बनाया हेड,

जोनल डायरेक्टर वानखेड़े भी बने रहेंगे टीम में, मलिक बोले- ये तो शुरुआत है

शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को जेल तक पहुंचाने वाले NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े अब क्रूज ड्रग्स केस की जांच टीम को लीड नहीं करेंगे। मुंबई जोनल यूनिट के पास मौजूद क्रूज मामले समेत ड्रग्स से जुड़े 6 केस की जांच के लिए NCB के डायरेक्टर जनरल ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) बना दी है। SIT का हेड NCB की ऑपरेशंस विंग के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (DDG) संजय सिंह को बनाया गया है। हालांकि, वानखेड़े समेत उनकी जांच टीम के सभी अधिकारी अब भी इन मामलों से जुड़े रहेंगे, लेकिन अब वे IPS संजय सिंह के निर्देशों का पालन करेंगे।

वानखेड़े को हटाए जाने की खबरें सामने आने के बाद DDG ने बाकायदा ऑफिशियल बयान जारी कर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी को मौजूदा रोल से नहीं हटाया गया है। वे ऑपरेशंस विंग की जांच टीम को असिस्ट करेंगे। वहीं NCB के साउथ वेस्टर्न रीजन के डिप्टी DG मुथा अशोक जैन ने कहा कि हमारे जोन में आर्यन समेत कुल 6 मामलों की जांच अब दिल्ली की टीम करेगी।

सूत्रों के मुताबिक, वसूली समेत फर्जी कास्ट सर्टिफिकेट के आरोपों के बाद वानखेड़े पर कार्रवाई की तलवार लटक रही थी। NCB के उच्च अधिकारी मामले की जांच भी कर रहे हैं। वसूली मामले की जांच कर रहे NCB के DDG ज्ञानेश्वर सिंह सोमवार को फिर दिल्ली से मुंबई पहुंच रहे हैं।

नवाब मलिक ने क्या कहा?
NCP नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने वानखेड़े को ड्रग्स केस की जांच से हटाए जाने पर कहा- वानखेड़े को आर्यन समेत 5 केस से हटा दिया गया है। इस मामले में 26 केसों की जांच होनी चाहिए। ये तो शुरुआत है। सिस्टम को साफ करने के लिए कई कदम उठाए जाने की जरूरत है।

जांच से हटाने के बाद वानखेड़े का बयान
ड्रग्स केस की जांच से हटाने के बाद वानखेड़े ने कहा कि मुझे जांच से हटाया नहीं गया है। अदालत में मेरी रिट याचिका थी कि मामले की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए। इसलिए आर्यन मामले और समीर खान (नवाब मलिक के दामाद) मामले की जांच दिल्ली NCB की SIT कर रही है। यह दिल्ली और मुंबई की NCB टीमों के बीच एक कॉर्डिनेशन है।

वानखेड़े पर 8 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप
कथित प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर और NCB के गवाह केपी गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। प्रभाकर ने दावा किया कि गोसावी और किसी सैम डिसूजा को 18 करोड़ रुपए की बात करते सुना था और 18 करोड़ रुपए में डील तय हुई थी।

गोसावी और सैम ने कथित तौर पर 18 में से 8 करोड़ रुपए NCB अधिकारी समीर वानखेड़े को देने की बात कही थी। प्रभाकर ने यह भी कहा है कि उन्होंने केपी गोसावी से यह कैश लेकर सैम डिसूजा को दिया था। प्रभाकर ने बताया था कि उनसे पंचनामा का पेपर बताकर जबरन 10 खाली कागजों पर साइन करवाया गया था। उनका आधार कार्ड मांगा गया। उन्हें इस गिरफ्तारी के बारे में कुछ नहीं पता था।

नवाब मलिक ने वानखेड़े पर क्या आरोप लगाए थे

मलिक ने वानखेड़े को फर्जी आदमी कहा था। उन्होंने कहा था कि बर्थ सर्टिफिकेट में उनका नाम समीर दाऊद वानखेड़े है।बर्थ सर्टिफिकेट में टेम्परिंग करके उनके पिता ने नाम बदला था, उसके आधार पर कास्ट सर्टिफिकेट निकाला गया और दलित कैंडिडेट का हक मारकर वे IRS बने।मलिक ने कहा कि बर्थ सर्टिफिकेट के मुताबिक, समीर की माता मुस्लिम थीं।

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