दस्यु सीमा यादव की आर्थिक हालत बिगड़ी तो बन गई सुपारी किलर, बोली- पैसों की थी सख्त जरूरत

पुलिस की पूछताछ में दस्यु सीमा यादव का कबूलनामा।

कानपुर में हेड मास्टर से 50 हजार रुपये सुपारी लेकर दस्यु सीमा यादव ने मकसूदाबाद में रहने वाली महिला की हत्या कराई थी। आर्थिक तंगी के चलते पैसे कमाने के लिए उसने भाड़े पर हत्या करने वालों का गैंग बना लिया था।

कानपुर, जेएनएन। बिठूर के मकसूदाबाद क्षेत्र निवासी महिला शशि उर्फ अंगूरी देवी की 50 हजार रुपये सुपारी लेकर हत्या कराने वाली दस्यु सीमा यादव की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। पूछताछ में उसने बताया कि घर खर्च चलाने व सामाजिक कायों के लिए पैसों की जरूरत थी, इसीलिए नया गैंग तैयार कर विवादित मसलों में पंचायत करानी शुरू कर दी थी। सोमवार को सीमा, सुपारी देने वाले महेश शर्मा और उनके बेटे समेत तीन शूटरों को जेल भेज दिया गया।

शुक्रवार देर रात शशि की गोली मारकर हत्या की गई थी। सुबह पड़ोसी ने शव देख पुलिस को सूचना दी थी। ये भी बताया कि शशि ने शिवली (कानपुर देहात) के सिंहपुर गांव स्थित मायके के पास रहने वाले रसूलाबाद स्थित प्राइमरी स्कूल के हेड मास्टर महेश शर्मा से बात की थी। पुलिस ने महेश व उनके बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वारदात का राजफाश हो गया।

रविवार को पुलिस ने सीमा यादव और उसके तीन शूटरों मंगलपुर थानाक्षेत्र के प्रधानपुर गांव निवासी अनुज उर्फ अनुराग यादव, सत्यम शर्मा व अंबेडकर नगर के बसखारी थानाक्षेत्र के बिसैना गांव निवासी अमर यादव को गिरफ्तार किया था। कल्याणपुर एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि पूछताछ में सीमा ने बताया कि वह अपने पति से अलग रहती है। अनुज रिश्तेदार है और बाकी दोनों युवक पुराने गुर्गे हैं। आॢथक तंगी की वजह से तीनों की मदद से गैंग बनाया था। विभिन्न गांवों में भूमि संबंधी व अन्य विवादों में हस्तक्षेप करके पैसे कमाना शुरू किया था।

गांव में है खेतीबाड़ी, नहीं होती थी आमदनी

सीमा ने पुलिस को बताया कि उसके पास कुछ खेती है, लेकिन उससे आमदनी नहीं होती है। चुनाव लडऩे का मन बनाया था, इसके लिए पैसों की जरूरत थी। पंचायत आदि में दस्यु की पुरानी छवि के कारण लोग बात को गंभीरता से लेते थे। कभी धमकाना पड़ता था तो कभी समझौता कराती थी।

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