देश के 9 राज्यों के 37 जिलों में बढ़ रहे हैं कोरोना केस, केरल में अकेले 11 जिले 

नई दिल्ली. देश में कोरोना की दूसरी लहर (Covid-19 Second Wave) हल्की पड़ने के बावजूद बीते समय में केरल (Kerala) के हालात लगातार बुरे बने रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया है कि बीते सप्ताह के दौरान पूरे देश के 51.51% मामले केरल से सामने आए. लेकिन केरल के अलावा भी अब कई ऐसे राज्य हैं जहां बीते दो सप्ताह के दौरान का कोरोना का ट्रेंड बढ़ता दिखाई दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल के मुताबिक केरल और तमिलनाडु सहित नौ राज्यों के 37 जिलों में पिछले दो सप्ताह में कोविड-19 के नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है .मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 48 जिलों में रोजाना 100 केस आ रहे हैं. देश के 37 जिलों में केस बढ़ रहे हैं जिनमें केरल से 11 जिले हैं, जो सबसे ज्यादा हैं. 9 राज्य के 37 जिलों में मामले का increasing ट्रेंड पिछले 2 हफ्तों से बना हुआ है.

11 राज्यों-केन्द्र शासित प्रदेशों के 44 जिलों में संक्रमण की साप्ताहिक दर 10% से अधिक

सरकार ने कहा कि 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 44 जिलों में संक्रमण की साप्ताहिक दर 10 प्रतिशत से अधिक रही. सरकार का कहना है कि कोविड-19 का प्रसार दर्शाने वाला ‘रिप्रोडक्शन नंबर’ पांच राज्यों हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एक से अधिक है.

तीसरी लहर की चेतावनी देने वाले वैज्ञानिक जाहिर कर चुके हैं चिंता
बता दें कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच तीसरी लहर की चेतावनी देने वाले वैज्ञानिक ने चिंता जाहिर की है. एक दिन पहले हैदराबाद विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर डॉ. विपिन श्रीवास्तव ने कहा है कि देश में अभी हर्ड इम्युनिटी जैसी बात का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से रोजाना हो रही मौतों में 4 जुलाई के बाद बड़ा अंतर देखा जा रहा है. डॉ. श्रीवास्तव ने बीते महीने कहा था कि संभवत: तीसरी लहर चार जुलाई को ही देश में एंट्री कर चुकी है. उन्होंने इस भविष्यवाणी के लिए जिस पैमाने का इस्तेमाल किया है उसे वैज्ञानिक भाषा में ‘डेली डेथ लोड’ कहा जाता है.

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