अब साध्वी प्रज्ञा को कांग्रेस ने बता दिया मनोरोगी

 

अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाली बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों से घिरी हैं। इस बार तो उनके बयान को हथियार बना कर कांग्रेस नेता ने उन्हें मानसिक रूप से बीमार बता दिया, और उनकी जगह पागलखाना। दरअसल पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूर्व मुख्यमंत्री बाबुलाल गौर की श्रद्धांजलि सभा मे भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने विपक्ष द्वारा भाजपा के नेताओं पर मारक शक्ति के प्रयोग की आशंका जताई।

सोमवार को दो दिवंगत नेताओ की श्रद्धांजलि सभा में साध्वी प्रज्ञा ने एक किस्सा सुनाने के बहाने कहा था “मैं जब चुनाव लड़ रही थी तब एक महाराज जी आए थे। उन्होंने कहा था ये बहुत बुरा समय चल रहा है, विपक्ष एक मारक शक्ति का प्रयोग आपकी पार्टी और उसके नेताओं के लिए कर रहा है। ऐसे में आप सावधान रहें। इसके बाद मैं यह बात भूल गई थी, लेकिन अब जब मैं ये देखती हूं कि हमारी पार्टी के नेता यूं एक के बाद एक जा रहे हैं तो मुझे उन महाराज जी की बात याद आ रही है। भले आप विश्वास करे या न करें पर यही सत्य है और ये हो रहा है।” उनके इस बयान पर कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा ने सीधे निशाना साधा। उन्होंने कहा कि,” साध्वी का कांग्रेस पार्टी को लेकर दिया गया बयान बेहद आपत्तिजनक है। वो अपना मानसिक संतुलन खो चुकी हैं। उन्हें इलाज की जरूरत है और उनके लिए सही जगह पागलखाना है।” उन्होंने आगे कहा ‘उनका ये कहना कि कांग्रेस बीजेपी के नेताओं को मारने के लिए मारक शक्तियों का उपयोग कर रही है, यह अपने आप में दिखाता है कि वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठी हैं। कभी वह गांधी जी के लिए अपशब्द कहती हैं, कभी नेहरु जी के लिए और हद हो गई जब उन्होंने कांग्रेस के लिये ऐसा कहा।’

वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘मुझे बड़ा अफसोस है कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति ने ऐसा बयान दिया है। भाजपा को ऐसे व्यक्ति को अवसर देने पर अपने गिरेबान में झांकना चाहिये, क्योंकि देश में राजनीति का स्तर बनाये रखना बेहद महत्वपूर्ण और मुश्किल काम बन चुका है।’ उन्होंने कहा, “राजनीति का एक स्तर होना चाहिये। अगर राजनीतिक क्षेत्र या इसके बाहर का कोई भी व्यक्ति इस स्तर को नीचे गिराने की कोशिश करता है, तो इस पर तीखी प्रतिक्रिया होनी चाहिये।’ हालांकि उनके इस बयान पर पार्टी के ही कई नेताओं ने किनारा कर लिया है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और राष्ट्रीय महासचिव ने साध्वी प्रज्ञा के इस बयान पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। हर बार ऐसे विवादित बयान देकर बच निकलने वाली साध्वी प्रज्ञा इस बार विपक्ष का निशाना बन चुकी हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस बार साध्वी के बयान पर समर्थन करती है या कोई कार्यवाई।

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