मिल गया कांग्रेस विधायक का पोता: आंगन से अपहरण.. 200 Km दूर बरामद, चौंका देगा किडनैपर का नाम

रायसेन (मध्य प्रदेश)। कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल के दो वर्षीय पोते दिव्यम पटेल के अपहरण की खबर ने गुरुवार को पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया था। मासूम की तलाश में पुलिस ने दिन-रात एक कर दिए और आखिरकार 21 घंटे की मशक्कत के बाद राहत भरी खबर आई।
पुलिस ने दिव्यम को छिंदवाड़ा जिले के तामिया से सकुशल बरामद कर लिया है। इस अपहरण में चौंकाने वाली बात यह रही कि बच्चे को उठाने वाला कोई और नहीं, बल्कि परिवार का ही एक रिश्तेदार था, जिसने पैसों के लालच में यह शर्मनाक हरकत की।
200 किलोमीटर दूर से बरामद, 21 घंटे में ऑपरेशन पूरा
पुलिस को यह सफलता शुक्रवार तड़के करीब 3 बजे मिली जब वह छिंदवाड़ा जिले के तामिया पहुंची। आरोपी ने फिरौती की मांग भी की थी। रायसेन के एसपी पंकज कुमार पांडे ने बताया कि एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसकी निशानदेही पर बच्चे का पता चला। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
दस टीमों ने चलाया था सर्च ऑपरेशन
इस पूरे मामले को लेकर पुलिस की सतर्कता और तेजी काबिले तारीफ रही। IG, DIG, SP पंकज कुमार पांडे और एएसपी कमलेश कुमार खरपुसे के नेतृत्व में कुल 10 टीमें बनाई गईं थीं, जो लगातार छानबीन में लगी थीं। बेगमगंज में जैसे ही बच्चा सकुशल वापस लाया गया, परिवार और स्थानीय लोगों ने खुश होकर उसका स्वागत किया।
कैसे हुआ अपहरण: CCTV में मिला सुराग
गुरुवार की सुबह दिव्यम को घर के आंगन में सेब खाते हुए अंतिम बार सुबह 11:02 बजे देखा गया था। वह विधायक के चचेरे भाई के बेटे योगेंद्र पटेल का बेटा है। इसके बाद से वह अचानक लापता हो गया। परिवार ने पहले अपने स्तर पर खोजबीन की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला, तो पुलिस को सूचना दी गई। घर में लगे CCTV कैमरे की फुटेज से अपहरण की पुष्टि हुई।
डॉग स्क्वॉड और ड्रोन से हुई सघन सर्चिंग
बेगमगंज, सिलवानी और गैरतगंज थाने की पुलिस टीमें लगातार सर्च अभियान में जुटी रहीं। इस दौरान पुलिस ने डॉग स्क्वॉड और ड्रोन कैमरे की भी मदद ली। विधायक देवेंद्र पटेल भी खुद मौके पर पहुंचे और पूरी रात अपने पोते की तलाश में लगे रहे।
देवेंद्र पटेल का सफर
देवेंद्र पटेल रायसेन जिले के सिलवानी विधानसभा से कांग्रेस विधायक हैं। उनका राजनीतिक सफर 2000 में कृषि मंडी चुनाव से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने पहली बार जीत दर्ज की। 2005 में वे दोबारा मंडी प्रतिनिधि चुने गए। 2008 में उन्होंने उमा भारती की भारतीय जनशक्ति पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़ा और रामपाल सिंह राजपूत को हराकर विधायक बने। बाद में वे कांग्रेस में शामिल हुए और जिलाध्यक्ष का पद भी संभाला।
आरोपी से होगी कड़ी पूछताछ
एसपी पंकज पांडे ने बताया कि आरोपी ने फिरौती की मांग की थी और इस आधार पर IPC की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि अपहरण की साजिश किस स्तर तक फैली थी और इसमें कौन-कौन शामिल थे।