रवि किशन की बेइज़्जती ? CM Yogi ने कहा – “सांसद और महंत गंदगी न फैलाएं, कुत्ते भी पहचान नहीं पाएंगे..”

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर हैं। बुधवार को नगर निगम परिसर में आयोजित जनसभा के दौरान उन्होंने जहां शहर के विकास के लिए ₹250 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, वहीं एक बार फिर उन्होंने सांसद और अभिनेता रवि किशन पर तीखा व्यंग्य किया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि स्वच्छता के प्रति रवि किशन और कालीबाड़ी के महंत रवींद्रनाथ को भी जिम्मेदार बनना होगा क्योंकि “इनकी पुरानी आदत है, ये कहीं भी गंदगी फैला सकते हैं।”

“केला खाकर छिलका सड़क पर फेंक सकते हैं” – CM योगी का व्यंग्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सफाई को लेकर रवि किशन और कालीबाड़ी के महंत पर निशाना साधते हुए कहा,
“शहर को टॉप-3 स्वच्छ शहरों में लाने के लिए हमें गंदगी फैलाने वालों पर ध्यान देना होगा। रवि किशन और महंत रवींद्रनाथ गंदगी न फैलाएं। उनकी पुरानी आदत है, वे केला खाकर छिलका सड़क पर फेंक सकते हैं।”
उनकी इस बात पर वहां मौजूद पार्षदों, सफाई मित्रों और जनता ने ठहाके लगाए, लेकिन योगी का यह अंदाज साफ संकेत दे गया कि वे अब अपने ही सांसद को भी सार्वजनिक रूप से जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

“रवि किशन का घर नाले पर, बटन दबेगा तो नाला खुलेगा”

सीएम ने रवि किशन के घर को लेकर भी तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने कहा,
“गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला का घर नाले के ऊपर बना है। अगर उनके घर की वजह से जलजमाव हुआ तो नगर निगम के अंदर से एक बटन दबेगा और नाला खुल जाएगा। जो भी जल बहाव को रोकेगा, उस पर कार्रवाई तय है।”
इस चेतावनीनुमा बयान ने यह स्पष्ट कर दिया कि सीएम अब केवल योजनाएं नहीं, बल्कि व्यक्तिगत जिम्मेदारियों पर भी सीधी बात कर रहे हैं।

“कुत्ते भी पहचान नहीं पाएंगे” – योगी का एक और कटाक्ष

मुख्यमंत्री ने जनसभा में हल्के-फुल्के अंदाज में एक और तंज करते हुए कहा,
“रात में अगर रवि किशन और महंत रवींद्रनाथ किसी मोहल्ले में निकल जाएं, तो उनकी चाल-ढाल को देखकर आवारा कुत्ते उन्हें नहीं छोड़ेंगे। जरूर हमला करेंगे!”
इस टिप्पणी पर मंच से लेकर पंडाल तक जोरदार ठहाके गूंज उठे, लेकिन संदेश साफ था—जनप्रतिनिधियों को भी ज़मीन पर उतरकर ज़िम्मेदार बनना होगा।

गोरखपुर को टॉप-3 शहरों में लाने का संकल्प

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर अब टॉप-10 शहरों में आ चुका है, लेकिन लक्ष्य है “टॉप-3 स्वच्छ शहरों” में जगह बनाना। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों, पार्षदों और सफाई कर्मियों को जिम्मेदारी से काम करने की नसीहत दी और कहा कि “सफाई केवल कर्मियों की नहीं, जनप्रतिनिधियों और संतों की भी जिम्मेदारी है।”

250 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण

बताते चलें कि जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री ने कुल ₹250 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जिनमें शहरी बाढ़, आवारा पशु, झील सौंदर्यीकरण, स्मार्ट सिटी और स्लम एरिया सुधार जैसी योजनाएं शामिल हैं।

✅ लोकार्पित योजनाएं:

  • ₹2.55 करोड़ से एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (अमवा)
  • ₹2.05 करोड़ से डिजिटल लाइब्रेरी (नगर निगम परिसर)
  • ₹35.42 करोड़ से रामगढ़ झील सौंदर्यीकरण (फेज-2)

🛠️ शिलान्यास की गई परियोजनाएं:

  • ₹4.95 करोड़ से दो नए पार्कों का निर्माण
  • ₹15.74 करोड़ से सड़क, नाली, नाला (नव सृजित वार्डों में)
  • ₹3 करोड़ से 7 नए पार्क
  • ₹4.85 करोड़ से एडमिन ब्लॉक (वेस्ट प्रोसेसिंग सिटी)
  • ₹12.09 करोड़ से आंतरिक सड़कें, सीवर कार्य
  • ₹21.20 करोड़ से जोनल कार्यालय (ट्रांसपोर्ट नगर, रानीडीहा)
  • ₹26.80 करोड़ से नेहरू पार्क सौंदर्यीकरण
  • ₹24.40 करोड़ से वर्किंग वुमन हॉस्टल और को-वर्किंग स्पेस
  • ₹12.15 करोड़ से नकहा ओवरब्रिज से हड़हवा फाटक तक चौड़ीकरण
  • ₹60.52 करोड़ से मलिन बस्तियों में सड़क-नाली का निर्माण

 

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