छांगुर बाबा के 50 परसनल कमांडो, स्विस बैंक में अकाउंट.. और इन देशों से फंडिंग, ये नए खुलासे आंखें खोल देंगे

उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा नाम से मशहूर जमालुद्दीन पर एटीएस एवं अन्य एजेंसियों की निगाहें तेज हो गई हैं। अब सामने आए हैं उसके ‘कमांडो फोर्स’, स्विस बैंक खाते और अरब देशों से मिले करोड़ों रुपये।
50 युवाओं की ‘कमांडो फोर्स’, कोठी में रहती थी पूरी बैटरी
जांच में खुलासा हुआ कि छांगुर बाबा ने बलरामपुर की कोठी में 50 युवाओं की कमांडो फोर्स तैयार की थी, जो उसके इशारे पर खून-खराबे के लिए तैयार रहते थे। ATS की FIR में इनकी गतिविधियों का वर्णन है। इनमें से कुछ कोठी में ही रखा गया था, उनका सारा खर्चा बाबा उठा रहा था।
स्विस बैंक खाते और विदेशी फंडिंग का खुलासा
जाँच में यह भी सामने आया कि छांगुर बाबा की साथी नीतू (नसरीन) का स्विस बैंक में खाता है। कोठी में मिले दस्तावेजों से इस बात की पुष्टि मिली है। विदेशी खातों में अरब से आए पैसों की जानकारी मिल रही है, जिसे उनसे जब्त कर लिए गए बक्से में मिली कागजात में दर्ज किया गया था।
106 करोड़ से अधिक रकम, 40 बैंक खातों का ग्राफ
ईडी ने पाया कि बाबा के 40 खातों में लगभग ₹106 करोड़ जमा हैं, जिसमें से अधिकांश पैसा मध्य पूर्व से आया है। इन खातों और 10 साल के आयकर रिटर्न की जांच की गई है।
गैरकानूनी कोठी ढहाई गई, संपत्ति हुई जब्त
उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई में बलरामपुर की बाबा की अवैध कोठी को बुलडोजर से ढहा दिया गया। साथ ही माहौल में उसके अन्य शहरी व महाराष्ट्र (लोणावला) में स्थित संपत्तियों की भी जांच की जा रही है ।
1,500 से अधिक हिन्दू महिलाएं फंसी रैकेट में!
ATS के अनुसार छांगुर बाबा ने 1,500 से अधिक हिंदू महिलाओं और अन्य अल्पसंख्यकों को आमंत्रण, धमकी और आर्थिक लालच देकर धर्म परिवर्तन के दायरे में लाया। इनमें खासकर गरीब, विधवाओं को निशाना बनाया गया।
सामना करना पड़ चुका है कानूनी दबाव
गिरफ्तारियाँ: छांगुर बाबा और नीतू को लखनऊ में ATS ने गिरफ्तार किया, उन्हें सात दिन की रिमांड पर भेजा गया ।
निषेधाज्ञा: कोर्ट ने छांगुर बाबा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया, 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित ।
बहु-एजेंसी जांच: ATS, STF, IB, NIA और ED मिलकर मामले की जांच कर रहे हैं; ED ने 106 करोड़ के फंड के लिए मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट दर्ज किया ।
योगी बोले ‘देशविरोधी’ कार्यकाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छांगुर बाबा का काम न सिर्फ समाज विरोधी, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी गंभीर है। उन्होंने इसकी वास्तविक संपत्तियों की सर्वेक्षण कराने और कड़क कार्रवाई का निर्देश दिया है ।
अवैध धर्मांतरण का गहरे संसाधित जाल खुला
छांगुर बाबा केस से स्पष्ट हो गया है कि यह सिर्फ एक धर्मांतरण रैकेट नहीं, बल्कि संगठित, बाहरी फंडिंग से चलने वाला माफिया है। इसमें अच्छे खासे युवाओं को हथियारों के साथ रखा गया, खातों में भारी फंडिंग हुई, और महिलाओं को निशाना बनाया गया। अब सवाल है कि केंद्र और राज्य सरकारें इस पूरे मामला को कैसे सुलझाएंगी और भविष्य में विरोधी गतिविधियों को रोकने की क्या रणनीति बनाएंगी।