CBSE बोर्ड में अब 2 टर्म में होगा एग्जाम; जानिए पैटर्न, सिलेबस और एग्जाम में और क्या-क्या बदला होगा

15 नवंबर से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की टर्म-1 की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। हाल ही में CBSE ने इस बारे में सर्कुलर जारी किया है।

इसी साल CBSE ने कोरोना की वजह से बोर्ड परीक्षाओं को दो टर्म में करने का फैसला लिया है। पहले टर्म की परीक्षा 15 नवंबर से होगी। अगले साल मार्च-अप्रैल में दूसरे टर्म की परीक्षाएं होंगी। जल्द ही CBSE सब्जेक्ट की डेटशीट भी जारी कर सकता है।

आइए समझते हैं, इस बार बोर्ड एग्जाम के पैटर्न में क्या बदलाव होने जा रहा है? सिलेबस में क्या बदलाव हुआ है? प्रेक्टिकल एग्जाम कैसे होंगे? कोरोना की वजह से स्कूल खुलने और बंद रहने पर मार्क्स किस आधार पर दिए जाएंगे? और एग्जाम से जुड़े बाकी सभी सवालों के जवाब…

सबसे पहले समझिए पैटर्न में क्या बदलाव हुआ है?

सबसे बड़ा बदलाव एग्जाम के पैटर्न में हुआ है। इस बार बोर्ड एग्जाम भी कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम की तरह ही 2 टर्म में होगा। दोनों टर्म में करीब आधा-आधा सिलेबस बांटा जाएगा। पहले टर्म की परीक्षा 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। वहीं, दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च-अप्रैल 2022 में आयोजित की जाएगी। दोनों टर्म के मार्क्स को मिलाकर फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा।

सिलेबस में क्या बदलाव हुआ है?

पैटर्न के आधार पर ही सिलेबस को भी दो भागों में बांटा गया है। सिलेबस को भी दोनों टर्म में करीब आधा-आधा बांटा गया है। CBSE ने जब पैटर्न में बदलाव की घोषणा की थी तभी कहा था कि सिलेबस को रेशनलाइज किया जाएगा यानी सिलेबस को कम किया जाएगा।

सिलेबस में क्या बदलाव हुए हैं, ये जानने के लिए आप CBSE की नीचे दी गई वेबसाइट पर जाकर भी चेक कर सकते हैं।

http://cbseacademic.nic.in/Term-wise-curriculum_2022.html

अगर दूसरे टर्म में स्कूल खुल गए तो मार्क्स का पैटर्न क्या होगा?

अगर दूसरे टर्म में स्कूल खुल जाते हैं, तो टर्म-1 के मार्क्स का वेटेज कम हो जाएगा और टर्म-2 मार्क्स का वेटेज बढ़ा दिया जाएगा।

अगर दोनों टर्म में स्कूल बंद रहे तो कैसे मिलेंगे मार्क्स?

ऐसी स्थिति में इंटरनल असेसमेंट, प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट और थ्योरी मार्क्स के आधार पर फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा। दोनों टर्म के एग्जाम ऑफलाइन या ऑनलाइन घर से ही होंगे।

एग्जाम पैटर्न से जुड़े बाकी सवालों के जवाब भी जानिए

OMR शीट में पेन या पेंसिल का इस्तेमाल करना होगा?

टर्म-1 के पेपर MCQ आधारित होंगे, जिन्हें OMR शीट पर फिल करना होगा। OMR शीट पर बने सर्कल फिल करने के लिए स्टूडेंट्स को पेन का इस्तेमाल करना होगा।

अगर पेन से गलत सर्कल मार्क हो गया तो क्या होगा?

पेन से अगर आपने गलत सर्कल मार्क कर दिया है, तो आपको सुधार का ऑप्शन भी दिया जाएगा। हर क्वेश्चन के चारों सर्कल के आगे खाली जगह दी जाएगी। आप अपने गलत सर्कल को काटकर सही सर्कल को फिल कर सकेंगे। उसके बाद वो सही अंसर उस खाली जगह में लिख सकेंगे।

उदाहरण के तौर पर, किसी क्वेश्चन का सही आंसर B था, लेकिन आपने A के सर्कल को मार्क कर दिया। अपनी गलती ठीक करने के लिए आप A को काटकर B के सर्कल को मार्क कर दें। चारों सर्कल के आगे जो खाली जगह दी गई है उसमें B लिख दें।

प्रैक्टिकल एग्जाम कैसे होंगे?

टर्म-1 के प्रैक्टिकल एग्जाम स्कूल ही करवाएंगे। अगर कोरोना की स्थिति में सुधार आता हैं, तो टर्म-2 के प्रैक्टिकल एग्जाम CBSE करवाएगा।

क्या सभी क्वेश्चन हल करना जरूरी होगा?

टर्म-1 में स्टूडेंट्स को ऑप्शन मिल सकते हैं। यानी अगर 50 क्वेश्चनहैं तो आपको कोई 45 क्वेश्चन करने को कहा जा सकता है। CBSE ने सैंपल पेपर भी इसी तरह वेबसाइट पर अपलोड किए हैं।

एक्जाम सेंटर कहां होंगे?

CBSE इस बारे में अभी तैयारी कर रहा है। माना जा रहा है कि कोरोना की वजह से स्टूडेंट्स को अपने स्कूलों में ही या पास के किसी सेंटर पर एग्जाम देने बुलाया जा सकता है। सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के प्रोटोकॉल को देखते हुए एग्जाम सेंटर्स का फैसला लिया जाएगा।

खबर CBSE की ओर से शेयर की गई जानकारी और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर है। ज्यादा जानकारी के लिए स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्कूल से ही संपर्क करें।

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