ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ नहीं, ‘टूलकिट’ के लेखक पर हुआ केस- दिल्ली पुलिस

किसानों को मिल रहे विदेशी हस्तियों के समर्थन (foreign celebrities Support Farmers) के बाद ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) के खिलाफ एफआईआर होने की खबर उड़ने लगी तो दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सामने आकर इसका खंडन किया है। इसका भ्रामक प्रचार किया गया है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी क्राइम प्रवीर रंजन ने दिल्ली में 26 जनवरी के दिन हुई हिंसा को सुनियोजित साजिश भी बताया। साथ ही ये भी कहा कि एफआईआर टूलकिट के लेखक के खिलाफ दर्ज की गई है।

पुलिस का कहना है कि गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली की आड़ में हुई हिंसा एक सुनियोजित साजिश थी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए तैयार इसकी गई थी। राजधानी में हिंसा की घटना, लाल किले में तोड़फोड़ और उसके साथ सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणियां और वीडियो उसी तर्ज पर है। जैसा कि अमेरिका में कैपिटल हिल घटना के बाद देखने को मिला था।

हिंसा भड़काने वाले 309 ट्विटर अकाउंट
इस संबंध में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी क्राइम प्रवीर रंजन ने साजिश का खुलासा करते हुए कहा कि अब तक 309 ऐसे ट्विटर और करीब 672 वीडियो मिले हैं, जिसके जरिए गणतंत्र दिवस के दिन रैली के दौरान हिंसा की जानी थी। साथ ही सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान एक अकाउंट के जरिए दस्तावेज मिला है जो ‘टूलकिट’ है, जिसमें एक्शन प्लान है।

इस  संगठन ने बनाया टूलकिट
यह टूलकिट खालिस्तानी समर्थक संगठन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के द्वारा बनाया गया है। इसमें किसान आंदोलन के दौरान क्या करना है, यह कहा गया है। इसमें कहा गया है कि 23 जनवरी से लगातार किसान आंदोलन को लेकर काफी ट्वीट करने हैं। 26 जनवरी को दिल्ली की सीमा के पास होने वाले मार्च में शिरकत करनी है और वापस सीमा पर आना है।

ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ FIR नहीं
पुलिस ने कहा 26 जनवरी को जो कुछ हुआ उसे देखकर ऐसा लगता है कि टूलकिट में जो लिखा है उसको पूरी तरह प्लान किया गया है। इसे पहले अपलोड किया गया और फिर कुछ दिन बाद ही से डिलीट कर दिया गया। इसी के चलते दिल्ली पुलिस ने टूलकिट लिखने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए 153 153a और 120 b के तहत मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि एफ आई आर में पर्यावरणविद ग्रेटा थनबर्ग का नाम नहीं है।

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