दुष्कर्म के आरोपियों के घर चला बुलडोजर

11 साल की बच्ची की हालत नाजुक

मध्य प्रदेश के सतना में 11 साल की बच्ची को सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बच्ची को फिलहाल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन उसकी हालत अभी भी खराब बताई जा रही है। प्रशासन ने आरोपियों के घरों को जमींदोज कर दिया क्योंकि वे अवैध तरीके से बनाए गए थे।

भोपाल, इंटरनेट डेस्क। प्रशासन ने मध्य प्रदेश के सतना जिले के मैहर में 11 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान अपना अपराध कबूल कर लिया है।
साथ ही, प्रशासन ने पाया कि उनके घर अवैध तरीके से बनाए गए थे, इसलिए वे भी जमींदोज कर दिए गए। प्रशासन ने इसकी सूचना दी। फिर भी, दुष्कर्म पीड़िता की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज अभी भी जारी है।

शनिवार की सुबह 11 बजे, आरोपी रविंद्र चौधरी और अतुल बढौलिया के परिजनों को नोटिस भेजे जाने के बाद प्रशासन ने उनके घर पर बुलडोजर चलाया। शनिवार को जेसीबी की सहायता से दोनों आरोपियों का अवैध घर तोड़ा गया। दोनों आरोपी मैहर मंदिर प्रबंध समिति के गौशाला में काम करते हैं।
आरोपियों को आंखों के सामने होना चाहिए, क्योंकि फांसी पीड़िता के परिजनों में गुस्सा है। बच्ची के दादा का कहना है कि वे अपराधी हैं और अगर उन्हें छोड़ दिया गया तो वे जान से मार डालेंगे। उस बच्चे की मां का कहना है कि दोनों आरोपियों को उनके सामने फांसी पर लटकाना चाहिए।

पीड़िता की दादी ने बताया कि जब बच्ची उनके पास पहुंची, उसे लगा कि वह मर चुकी है, लेकिन उसकी सांसे चल रही थीं। इसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।

आरोपियों को आंखों के सामने होना चाहिए, क्योंकि फांसी पीड़िता के परिजनों में गुस्सा है। बच्ची के दादा का कहना है कि वे अपराधी हैं और अगर उन्हें छोड़ दिया गया तो वे जान से मार डालेंगे। उस बच्चे की मां का कहना है कि दोनों आरोपियों को उनके सामने फांसी पर लटकाना चाहिए।
पीड़िता की दादी ने बताया कि जब बच्ची उनके पास पहुंची, उसे लगा कि वह मर चुकी है, लेकिन उसकी सांसे चल रही थीं। इसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।

क्या पूरी घटना है?
बीते गुरुवार की दोपहर करीब एक बजे बच्ची घर से बाहर गई थी और उसके बाद से गायब हो गई थी। बाद में परिवार ने उसे खोजने का बहुत प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद वह शुक्रवार सुबह अपने घर लौटी, जिसमें उसकी लाशें थीं। बच्ची की बहुत बुरी हालत थी, और जब उससे कारण पूछा गया, तो उसने अपने परिवार को घटना की जानकारी दी।

पीड़िता को परिजनों और कर्मचारियों के साथ रीवा के संजय गांधी अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए मैहर सिविल हॉस्पिटल भेजा गया। यहां जांच पूरी होने के बाद बच्ची को रीवा के संजय गांधी अस्पताल में उपचार के लिए भेज दिया गया है। समाचार मिलते ही मैहर एसडीएम सुरेश जाधव, एसडीओपी लोकेश डावर, टीआई अनिमेष द्विवेदी और तहसीलदार जितेंद्र पटेल भी सिविल अस्पताल पहुंचे।

CM ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर गुस्सा व्यक्त किया। “मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है, मन पीड़ा से भरा हुआ है, व्यथित हूं,” उन्होंने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट शेयर किया। मैंने पुलिस को बताया है कि कोई अपराधी बचना नहीं चाहिए। अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि बेटी को सही इलाज मिलेगा। अपराधियों को कठोर कार्रवाई की जाएगी, कोई भी बचेगा नहीं।”

दरिंदगी का हर स्तर पार कर दिया
इस घटना को अंजाम देने वाले दरिंदों ने सब कुछ छोड़ दिया। दरअसल, हिंसा के बाद भी हैवानों को खुशी नहीं हुई। नाबालिग के अंगों में आरोपियों ने लकड़ी डाल दी। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने पीड़ित बच्चे के परिवार को कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण रेड क्रॉस चेक 50000 की आर्थिक सहायता दी है।

 

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