बड़ी खबर: बालकनी में फंदे से लटकता मिला BJP अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष का शव.. हाथ रस्सी से बंधे, हत्या या ?

पश्चिम बंगाल के हुगली ज़िले के आरामबाग इलाके के गोघाट में शनिवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अल्पसंख्यक मोर्चा के मंडल अध्यक्ष शेख बकीबुल्ला का हाथ बंधा हुआ लटकता शव उनके ही घर की बालकनी में मिला। परिजनों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए हत्या करार दिया है।
सुबह-सुबह मिली लटकती लाश, इलाके में हड़कंप
घटना शनिवार सुबह लगभग 7 बजे की है, जब परिवार के सदस्य नींद से जागे और देखा कि शेख बकीबुल्ला का शव बालकनी में फांसी पर लटका हुआ है। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि उनके दोनों हाथ रस्सियों से बंधे हुए थे। शव की स्थिति और घटनास्थल की हालत को देखते हुए यह आत्महत्या कम और हत्या की आशंका ज्यादा जताई जा रही है।
कौन थे शेख बकीबुल्ला?
मृतक शेख बकीबुल्ला बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े हुए थे और गोघाट मंडल के अध्यक्ष पद पर कार्यरत थे। वे पार्टी के सक्रिय और समर्पित कार्यकर्ता माने जाते थे। उनके निधन की खबर मिलते ही पार्टी के स्थानीय और ज़िला स्तर के नेता मौके पर पहुंचे।
परिवार का आरोप: यह हत्या है, और वह भी राजनीतिक!
परिजनों का कहना है कि शेख बकीबुल्ला आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकते। उनका स्पष्ट आरोप है कि राजनीतिक रंजिश के चलते उनकी हत्या की गई है और बाद में सबूत मिटाने के उद्देश्य से शव को फांसी पर लटकाया गया है। परिवार के अनुसार, उन्हें पहले से धमकियाँ मिल रही थीं।
पुलिस की जांच पर उठे सवाल
घटना की सूचना मिलते ही गोघाट थाने की पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर नाराज़गी जताई। पुलिस को शव को कब्जे में लेने के लिए भी विरोध का सामना करना पड़ा। बाद में जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता मौके पर पहुंचे, तब जाकर पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी।
राजनीतिक हलकों में तनाव, जांच की माँग तेज
बीजेपी के स्थानीय और राज्य स्तर के नेताओं ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और निष्पक्ष व तेज़ जांच की माँग की है। पार्टी ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में विपक्षी नेताओं की सुरक्षा खतरे में है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि सभी पहलुओं से जांच की जा रही है और किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले फॉरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट का इंतज़ार किया जाएगा।
बंगाल में फिर उठे कानून-व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस तरह से एक राजनीतिक कार्यकर्ता का हाथ बंधा शव उसके घर की बालकनी से लटका हुआ मिला, वह न सिर्फ असहज करने वाला है बल्कि प्रशासन और सुरक्षा तंत्र की गंभीर विफलता को भी उजागर करता है।