ट्रेन में चुरा रहा था BJP नेता की माँ की अस्थियां, एक गलती से पकड़ा गया.. चौंका देगी चोर की पहचान

मध्य प्रदेश के भाजपा नेता देवेंद्र इनानी के साथ एक बेहद भावनात्मक और चौंकाने वाली घटना उस वक्त हुई जब वे अपनी मां और अन्य परिजनों की अस्थियों का विसर्जन करने हरिद्वार जा रहे थे। ट्रेन में सफर के दौरान एक चोर ने उनके बैग से अस्थियों से भरा कलश चुराने की कोशिश की, लेकिन सतर्कता और साहस से उन्होंने चोर को रंगे हाथों पकड़ लिया। इस घटना ने धार्मिक आस्था, सुरक्षा और मानवीय भावनाओं को एक साथ झकझोर कर रख दिया है।

चलती ट्रेन में चोरी की कोशिश, लेकिन BJP नेता रहे सतर्क

घटना योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस की S-2 बोगी में घटी, जब ट्रेन मोरेना और आगरा कैंट के बीच चल रही थी। सुबह लगभग 4 बजे, भाजपा नेता देवेंद्र इनानी की आंख खुली तो उन्होंने देखा कि एक युवक उनका बैग खींचकर ले जाने की कोशिश कर रहा है।
बैग में उनकी मां रामकन्या इनानी की अस्थियां थीं, जिन्हें वे हरिद्वार में गंगा में विसर्जित करने जा रहे थे। उन्होंने तुरंत चोर को दबोच लिया।

“अगर मां की अस्थियां चली जातीं, तो मैं क्या जवाब देता?”

देवेंद्र इनानी ने मीडिया से बातचीत में कहा,

“अगर मेरी मां की अस्थियां चोरी हो जातीं, तो मैं उन्हें क्या जवाब देता? यह सिर्फ एक बैग नहीं था, यह मेरी मां की आखिरी निशानी थी।”

इतना ही नहीं, उस बैग में तीन अन्य परिजनों की अस्थियां भी थीं। उन्होंने कुछ अस्थियां नर्मदा नदी में विसर्जित की थीं और शेष को हरिद्वार ले जा रहे थे।

यात्रियों ने मिलकर चोर को पकड़ा, पुलिस को सौंपा

देवेंद्र इनानी के शोर मचाने पर अन्य यात्री भी जाग गए और चोर को घेरकर पकड़ लिया। यात्रियों ने उसकी जमकर धुनाई की और ट्रेन के आगरा पहुंचते ही उसे रेलवे पुलिस (GRP) के हवाले कर दिया गया।

चोर ग्वालियर का रहने वाला, बैग में मिले थे दो खाली पर्स

जांच में सामने आया कि आरोपी युवक ग्वालियर का रहने वाला है। बैग से दो खाली पर्स भी बरामद हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि वह पहले भी यात्रियों को निशाना बना चुका हो। उसने चोरी के बाद एक मोबाइल फोन ट्रेन से नीचे फेंक दिया, जिसे पुलिस बरामद कर रही है।

क्या ट्रेन यात्राओं में धार्मिक सामग्रियों की सुरक्षा गारंटी है?

यह घटना न केवल भावनात्मक है बल्कि भारतीय रेलवे की यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या धार्मिक आस्था से जुड़ी चीजें भी अब अपराधियों के लिए “टारगेट” बन गई हैं? यात्रियों में अब ये सवाल गूंजने लगा है।

 

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