BJP-कांग्रेस का ‘आप’पर हमला, CM केजरीवाल से कही ये बात

नई दिल्ली. दिल्ली की एक अदालत द्वारा 2018 में तत्कालीन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश (Anshu Prakash Assault Case) से हाथापाई करने के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान (Amanatullah Khan)और प्रकाश जरवाल (Prakash Jarwal) के खिलाफ आरोप तय किए जाने के आदेश के बाद भाजपा और कांग्रेस ने दोनों को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है. वहीं, अदालत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 11 विधायकों को बरी कर दिया. इसके अलावा दोनों दलों ने आम आदमी पार्टी पर हमला करते हुए यह भी मांग की कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घटना के लिए तत्कालीन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से माफी मांगें.

बहरहाल, अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सचिन गुप्ता ने मामले में आप के दो विधायकों अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया है और कहा कि उनके खिलाफ पहली नजर में मामला बनता है. जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सत्तारूढ़ पार्टी के 11 अन्य विधायकों को आरोप मुक्त कर दिया. वहीं, केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसे ‘न्याय की जीत’ बताया है. अदालत ने जिन विधायकों को अदालत ने बरी कर दिया, उनमें केजरीवाल और सिसोदिया के अलावा नितिन त्यागी, ऋतुराज गोविंद, संजीव झा, अजय दत्त, राजेश ऋषि, राजेश गुप्ता, मदन लाल, प्रवीण कुमार व दिनेश मोहनिया शामिल हैं.

भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि हमारी पार्टी की मांग है कि इन दोनों विधायकों (खान और जरवाल) को तुरंत पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए, खासकर अब जब उनके खिलाफ आरोप तय किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाला है कि इन दोनों विधायकों के खिलाफ अदालत के आदेश के बावजूद ‘आप’ उनका बचाव कर रही है. वहीं, भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता प्रवीण शंकर किशोर ने कहा कि ठोस सबूतों के अभाव में मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी के कुछ विधायकों को क्लीन चिट दे दी गई हो, लेकिन खान और जरवाल के खिलाफ आरोप तय करने से पता चलता है कि हमला मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हुआ और इस तरह वह इस कृत्य के लिए नैतिक रूप से जिम्मेदार हैं.

केजरीवाल अपने पद से इस्‍तीफा दें- कांग्रेस
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने इस मामले में मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की. कांग्रेस की दिल्ली इकाई के प्रमुख ने एक बयान में कहा कि अदालत ने खान और जरवाल के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया है. कुमार ने बताया कि यह तथ्य बताता है कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि पूर्व मुख्य सचिव के पास मुख्यमंत्री और जिन विधायकों को छोड़ दिया गया है, उनके खिलाफ अपील के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का एक मजबूत मामला है.

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