क्या मध्य प्रदेश उपचुनाव से पहले या बाद में सीएम बदलने पर विचार कर रही है भाजपा !

: मध्य प्रदेश भाजपा के सी.एम.  शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य नेताओं के लगातार दिल्ली दौरों ने सत्तारुढ़ पार्टी में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। इन दौरों के बाद इतनी चर्चा राज्य में 30 अक्टूबर को होने वाले चुनावों की नहीं की जा रही है जितनी की सी.एम. को बदलने की हो रही है। करीब दो दिन पहले भी शिवराज सिंह दिल्ली में थे और बीते सप्ताह भी वह भा.ज.पा. हाईकमान के शीर्ष नेताओं से मिले थे।  मध्य प्रदेश भाजपा अनुमान लगा रही है कि उनके राज्य में भी कर्नाटक, उत्तराखंड और गुजरात के बाद क्या सत्ता विरोधी लहर का मुकाबला करने और सत्ता बनाए रखने के लिए बदलाव होगा?

नेताओं का एक वर्ग  चाहता है परिवर्तन
बताया जा रहा है कि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का एक वर्ग परिवर्तन चाहता है। शिवराज सिंह 2005 से राज्य में भाजपा सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि, मार्च 2020 में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई और उन्हें फिर से भाजपा नेतृत्व द्वारा सीएम बनाया गया। राज्य में उपचुनाव 30 अक्टूबर को खंडवा संसदीय क्षेत्र, विधानसभा क्षेत्र सतना के रायगांव, निवाड़ी के पृथ्वीपुर और अलीराजपुर जिले के जोबट में होने हैं। सी.एम. चौहान की हाल ही की दिल्ली यात्रा के बाद दो वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों नरोत्तम मिश्रा और भूपेंद्र सिंह के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने की उम्मीद है। भूपेंद्र सिंह राज्य में उपचुनाव के प्रभारी हैं। पिछले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री और मिश्रा दोनों ही शाह से कई बार मिल चुके हैं। हालांकि भाजपा ने दावा किया कि सी.एम. सहित राज्य के नेताओं की ये बैठकें आगामी उपचुनावों और संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा के लिए हैं।

भाजपा के शीर्ष नेता मांग रहे हैं फीडबैक
भोपाल में अटकलें तेज हो गई हैं कि भाजपा के शीर्ष नेता अंतिम निर्णय करने से पहले पानी का परीक्षण कर रहे हैं। भाजपा की राज्य इकाई इस बात से भी बौखला रही है कि पार्टी के शीर्ष नेता इस बारे में फीडबैक मांग रहे हैं कि उपचुनाव से पहले या फिर उनके खत्म होने के बाद गार्ड ऑफ चेंज के लिए जाना है या नहीं। चुनाव आयोग द्वारा तीन विधानसभा क्षेत्रों और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव की तारीखों की घोषणा के कुछ घंटे बाद सी.एम. चौहान ने मंगलवार देर शाम मंत्रियों और भाजपा के संगठनात्मक प्रमुखों की एक बैठक बुलाई थी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा भी बैठक में शामिल हुए थे। शिवराज सिंह चौहान सरकार के ग्यारह मंत्रियों को उपचुनाव की तैयारियों के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रभार दिया गया है।

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