दर्दनाक: मासूम बच्ची को नोचते रहे आवारा कुत्ते, रोती रही माँ.. आँखों के सामने मार डाला, 50 से ज्यादा घाव

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के अफजलगढ़ क्षेत्र की फैजी कॉलोनी में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। छह वर्षीय यासमीन अपनी मां गुलशन के साथ दूध लेने जा रही थी। घर से लगभग 100 मीटर दूर, यासमीन अपनी मां से कुछ कदम पीछे रह गई, तभी 10 से 12 आवारा कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। कुत्तों ने बच्ची के शरीर पर 50 से अधिक स्थानों पर काटकर गहरे घाव कर दिए।
मां की चीख-पुकार और मोहल्ले वालों की कोशिशें हुईं नाकाम
बच्ची की चीखें सुनकर मां गुलशन ने दौड़कर उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन कुत्तों की संख्या अधिक होने के कारण वह सफल नहीं हो सकी। मोहल्ले के लोग लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंचे और कुत्तों को भगाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। यासमीन को गंभीर हालत में स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
नगर पालिका की लापरवाही पर स्थानीय लोगों में आक्रोश
फैजी कॉलोनी में लंबे समय से आवारा कुत्तों का आतंक बना हुआ है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर पालिका को कुत्तों की बढ़ती संख्या के बारे में शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इस घटना के बाद मोहल्ले में मातम पसरा है और लोगों में गहरा रोष है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और आगामी कदम
घटना की गंभीरता को देखते हुए धामपुर की उप-जिलाधिकारी (SDM) रितु चौधरी ने अफजलगढ़ नगरपालिका को आवारा कुत्तों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही बड़े स्तर पर कुत्तों को पकड़ने का अभियान चलाया जाएगा।
पिछले मामलों से सबक लेने की जरूरत
यह पहली बार नहीं है जब बिजनौर में आवारा कुत्तों ने किसी मासूम की जान ली हो। इससे पहले भी नजीबाबाद और नहटौर में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां कुत्तों ने बच्चों पर हमला किया है। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि प्रशासन को इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।