बिहार में 264 करोड़ में बना पुल पानी के बहाव से ढहा, 16 जून को हुआ था उद्घाटन अब प्रशासन की खुली पोल

बिहार में कोरोना संकट के बीच आज लॉकडाउन किया गया। हालांकि बिहार में आज एक अलग ही मुसीबत आ गई। बिहार में समय बाढ़ कहर बरपा रही है। जिसमें प्रशासन की नाकामी भी खुलकर सामने आ रही है। गोपालगंज में पुल का एक हिस्सा ढहने से खुल गया है। यह कुल 264 करोड़ की लागत में बना था जो पानी में बह गया है। नीतीश सरकार ने स्कूल पर कई बड़े दावे किए थे लेकिन वह पुल ध्वस्त हो गया है।

बता दें कि 16 जून के दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस पुल का उद्घाटन किया था। वहीं लोगों का कहना है कि पुल का उद्घाटन हुआ था और पानी के ज्यादा दबाव के कारण पुल टूट गया है। ऐसे में आप लोगों के आने-जाने का लिंक टूट गया है। जो लोग लालछापर, मुजफ्फरपुर, बेतिया और मोती हार जाने वाले थे उनका रास्ता बंद हो चुका।

बता दे कि कहा जा रहा था नीतीश सरकारी स्कूल को लेकर आने वाले बिहार चुनाव में राजनीति का हिस्सा बनाएगी। हालांकि यह पहले ही गिर गया। यह पुल गोपालगंज के चंपारण से और इसके साथ तिरहुत के कई जिलों को जो। बताया जा रहा है कि गोपालगंज में बुधवार को तीन लाख से ज्यादा क्यूसेक पानी का बहाव था। बताया जा रहा है कि जलस्तर के इतने बड़े भाग से महासेतु का एप्रोच रोड टूट गया। बैकुंठपुर के फैजुल्लाहपुर में यह पुल टूटा है। बीजेपी विधायक मिथिलेश तिवारी ने इस मामले की जानकारी बिहार के पथ निर्माण विभाग के मंत्री नंदकिशोर यादव को दी है। बता देंगे 2012 में स्कूल का निर्माण शुरू हुआ था और निर्माण पूरा होने के बाद 16 जून को इसका उद्घाटन भी किया गया।

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