वाह चुनाव आयोग ! ‘अभिलाषा कुमारी’ के आधार कार्ड पर लगा दिया ‘नितीश कुमार’ का फोटो.. ये कैसा खेला ?

बिहार के मधेपुरा जिले से एक बेहद अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी है। यहां एक महिला की वोटर ID पर उसकी जगह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर छपी हुई है।
वोटर ID पर महिला का नाम, लेकिन तस्वीर मुख्यमंत्री की
मधेपुरा निवासी चंदन कुमार ने अपनी पत्नी अभिलाषा कुमारी की वोटर ID बनवाई थी। जब ID कार्ड हाथ में आया, तो उसमें नाम तो पत्नी का था, लेकिन तस्वीर किसी और की नहीं बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की थी। यह देख चंदन खुद भी हक्का-बक्का रह गया।
“पत्नी किसे मानूं? अभिलाषा को या नीतीश कुमार को?”
चंदन कुमार ने 9 जुलाई को बिहार बंद के दौरान यह मुद्दा मीडिया के सामने उठाया। उन्होंने मीडिया को वोटर ID दिखाते हुए व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “अब मैं पत्नी किसे मानूं? अभिलाषा को या नीतीश कुमार को?” चंदन ने इसे चुनाव आयोग की गंभीर लापरवाही बताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
शिकायत करने पर BLO ने दी चुप रहने की हिदायत
इस गंभीर गलती को लेकर जब चंदन कुमार स्थानीय BLO (ब्लॉक लेवल ऑफिसर) से मिलने पहुंचे तो उन्हें हैरान कर देने वाली प्रतिक्रिया मिली। चंदन का दावा है कि BLO ने इस मामले पर आवाज उठाने के बजाय चुप रहने की सलाह दी। ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर चुनाव आयोग इस तरह की त्रुटियों को गंभीरता से क्यों नहीं ले रहा?
चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल
इस घटना ने बिहार में मतदाता सूची और पहचान पत्र निर्माण की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर सरकार डिजिटल इंडिया की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर तकनीकी त्रुटियां और मानवीय लापरवाही लोकतांत्रिक प्रणाली की साख पर बट्टा लगा रही हैं। यह मामला चुनाव आयोग की जवाबदेही और पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्न चिन्ह लगाता है।
क्या होनी चाहिए अगली कार्रवाई?
चंदन कुमार जैसे जागरूक नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसी त्रुटियों को उजागर करें, लेकिन इससे भी ज्यादा जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की बनती है कि ऐसे मामलों में पारदर्शी जांच हो और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। यदि वोटर ID जैसे संवेदनशील दस्तावेज में ऐसी भूलें आम हो जाएं, तो लोकतंत्र की नींव कमजोर होना तय है।