पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और मंत्री नितिन नवीन की मां की मौत के बाद भी उनके नाम जारी हो रही पेंशन, स्पीकर बोले- जांच होगी

बिहार में पूर्व विधायकों को पेंशन देने के मामले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई है। बिहार विधानसभा सचिवालय ने 13 सितंबर 2021 काे RTI के तहत जानकारी दी। इसमें बताया गया है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मां विमला देवी को हर महीने 30 हजार 750 रुपए और बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की मां मीरा सिन्हा को 62 हजार रुपए पेंशन जारी की जा रही है। जबकि, विमला देवी (पति स्व. ठाकुर प्रसाद) की मौत 25 दिसंबर 2020 और मीरा सिन्हा (पति स्व. नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा) की मौत 30 मार्च 2021 को हो चुकी है।

वहीं, भास्कर पर खबर चलने के बाद पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद ने RTI की जानकारी को झूठा बताया है और दावा किया है कि उन्होंने अपनी मां के पेंशन वाले खाते को दिसंबर 2020 में ही बंद करा दिया था। मंत्री नितिन नवीन ने भी एकाउंट बंद कराने का दावा किया है। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने इस पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है।

भास्कर के पास विधानसभा सचिवालय की ओर से 13 सितंबर 2021 को दी गई जानकारी की कॉपी है। इसमें साफ लिखा है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में इन लोगों को पेंशन जारी की जा रही है।

बिहार विधानसभा सचिवालय से RTI से मांगी गई जानकारी से खुलासा।

3 साल पहले मरे आश्रित को मिल रही पेंशन, परिवार को पता ही नहीं
भास्कर ने पेंशनधारियों को लेकर अपनी पड़ताल शुरू की। इसमें कई चौंकाने वाले मामले सामने आए। कई ऐसे नाम भी इस लिस्ट में मिले, जिनकी मौत सालों पहले हो चुकी है। बेगूसराय जिला के पेंशनधारियों में भास्कर को तेघड़ा के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह की पत्नी सरस्वती देवी का नाम मिला।

रामेश्वर सिंह की पत्नी सरस्वती देवी, जिनका निधन 25 जनवरी 2018 को हो चुका है।

इसे लेकर जब भास्कर ने जानकारी ली तो पता चला कि रामेश्वर सिंह के निधन के बाद आश्रित के तौर पर पेंशन ले रही उनकी पत्नी सरस्वती देवी की 25 जनवरी 2018 को ही मौत हो चुकी है, लेकिन बिहार विधानसभा सचिवालय से उन्हें अब भी पेंशन दी जा रही है।

रामेश्वर सिंह का परिवार इसी फूस की झोपड़ी में रह रहा है।

सरस्वती दे‌वी के नाम से प्रतिमाह 35 हजार 250 रुपए पेंशन दी जा रही है। अजब बात यह है कि सरस्वती देवी के बेटों को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। ये परिवार बेगूसराय के तेघड़ा में फूस के झोपड़ीनुमा घर में रह रहा है। बेगूसराय जिले के ही एक और पूर्व विधायक मेदनी पासवान की मौत के बाद उनकी पत्नी मंजरी देवी को पेंशन मिल रही है, जबकि मंजरी देवी की मौत 4 साल पहले हो चुकी है।

16 मई 2021 को भाजपा के नेता और पूर्व सांसद विजय सिंह यादव की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। 1996 में दानापुर से विधायक रहे विजय सिंह यादव को विधानसभा सचिवालय के मुताबिक अब भी 44 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है।

991 पूर्व विधायक और उनके आश्रित ले रहे हैं पेंशन
बिहार विधानसभा सचिवालय से RTI से मिली सूचना के मुताबिक, बिहार में कुल 991 पूर्व विधायक और उनके आश्रित पेंशन ले रहे हैं। इसमें सबसे अधिक पटना जिले से हैं जहां 61 पूर्व विधायक और उनके आश्रित पेंशन ले रहे हैं। इन 61 लोगों की पेंशन पर सरकार 28 लाख 39 हजार 250 रुपए प्रति महीना खर्च कर रही है।

पटना के बाद मुजफ्फपुर में 50 और पूर्वी चंपारण में 49 पूर्व विधायकों और उनके आश्रितों को पेंशन मिल रही है। गया में ये संख्या 48 है और समस्तीपुर में 40 है। पूरे बिहार में सभी जिलों को मिलाकर ये संख्या 991 है। इस पर सरकार के कोष से प्रतिमाह 4 करोड़ 94 लाख 44 हजार खर्च हो रहे हैं। इस तरह से सरकार हर साल पूर्व विधायकों और उनके आश्रितों की पेंशन पर 59 करोड़ 33 लाख 30 हजार खर्च कर रही है।

रविशंकर प्रसाद बोले- हमने तो बंद कर दिया था एकाउंट

पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भास्कर की खबर पर सोमवार दोपहर में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने विधानसभा कार्यालय से RTI के तहत दी गई जानकारी को गलत बताया है। प्रसाद ने कहा- “मां विमला प्रसाद की मौत के बाद पेंशन मिलने वाले एकाउंट को दिसंबर 2020 में ही बंद करवा दिया था।’ इसके प्रमाण के तौर पर उन्होंने भास्कर को उस खाता का दिसंबर 2020 तक का बैंक स्टेटमेंट भेजा है।

रविशंकर प्रसाद ने सोशल मीडिया पर भी दी प्रतिक्रिया।

मेल के जरिए ही करा दिया था बंद: नितिन नवीन

बिहार के पथ निर्माण मंत्री नीतिन नवीन ने भी इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है । नवीन ने कहा है- “13 मई 2021 को ही मेल के जरिए SBI के श्रीकृष्णा नगर ब्रांच को जानकारी दे दी थी कि मां मीरा सिन्हा का 29 मार्च 2021 को निधन हो गया है। इसके बाद बैंक ने अप्रैल और मई की पेंशन राशि जो खाते में आई थी उसे वापस ले लिया था।’

अब सवाल यह है कि फिर सितंबर में दी गई RTI सूचना में मीरा सिन्हा का नाम कैसे है?

Related Articles

Back to top button