IPL में सट्टा लगाने पर डांटा तो छात्र ने उठाया खौफनाक कदम.. हाथ मलते रह गए पिता, सुनकर कांप जाएगी रूह

बिहार के भोजपुर जिले के आरा शहर में एक बीसीए छात्र ने पिता की डांट से आहत होकर आत्महत्या कर ली। यह घटना नवादा थाना क्षेत्र के जैन कॉलेज के पास स्थित एक मोहल्ले में मंगलवार की शाम हुई। 20 वर्षीय निखिल कुमार, जो बक्सर जिले के सिकरौल थाना क्षेत्र के भदारा गांव निवासी राम बिहारी सिंह का पुत्र था, अपने दोस्तों के साथ बैठा था जब उसके पिता ने उसे आईपीएल में सट्टा लगाने के लिए डांटा। इसके बाद निखिल ने घर आकर फांसी लगा ली।

आईपीएल सट्टेबाजी में लिप्त था निखिल

परिवार के अनुसार, निखिल मोबाइल फोन के माध्यम से आईपीएल मैचों में सट्टा लगाना सीख गया था और इसमें वह कई बार पैसे हार चुका था। इस आदत के कारण उसके पिता नाराज रहते थे और कई बार उसे समझा चुके थे।

पिता की डांट के बाद उठाया आत्मघाती कदम

मंगलवार की शाम, निखिल अपने दोस्तों के साथ बैठा था जब उसके पिता ने उसे सट्टा लगाने के लिए डांटा। इसके बाद वह घर आया और खाना मांगकर खाने लगा। खाने के दौरान भी उसके पिता ने उसे डांटते हुए कहा कि अगर वह सट्टा नहीं छोड़ेगा, तो उसे परिवार से बाहर निकाल दिया जाएगा। गुस्से और मानसिक तनाव से घिरा निखिल अपने कमरे में गया और दरवाजा बंद कर फांसी लगा ली।

अस्पताल में मृत घोषित, परिवार में शोक की लहर

कुछ समय बाद, परिवार के सदस्यों ने खिड़की से देखा कि निखिल फांसी के फंदे से लटका हुआ है। उन्होंने तुरंत दरवाजा तोड़कर उसे आरा सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। निखिल अपने परिवार में सबसे बड़ा था और उसके माता-पिता और छोटा भाई सुशांत इस घटना से गहरे सदमे में हैं।

सट्टेबाजी की लत और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

यह घटना सट्टेबाजी की लत और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को उजागर करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि युवाओं में सट्टेबाजी की बढ़ती प्रवृत्ति चिंता का विषय है और इसके लिए जागरूकता और परामर्श की आवश्यकता है।

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