बॉम्बे हाईकोर्ट से मेहुल चोकसी को बड़ी राहत, अभी नहीं घोषित किया जाएगा आर्थिक भगोड़ा

मुंबई.  पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले और धोखाधड़ी के आरोपों का सामना कर रहे भगोड़े कारोबारी मेहुल मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) से बड़ी राहत मिली है. बॉम्बे हाईकोर्ट ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) मामले में अंतरिम राहत आदेश को बढ़ा दिया है जिसके बाद चोकसी को अभी आर्थिक भगोड़ा नहीं घोषित किया जा सकता है. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अदालत ने विशेष पीएमएलए अदालत को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की याचिका में अंतिम आदेश देने से रोक दिया, जिसमें चोकसी को PNB घोटाला मामले में भगोड़ा आर्थिक अपराधी (FEO) घोषित करने की मांग की गई थी.

वहीं इंडियन एक्सप्रेस की एक अलग रिपोर्ट में कहा गया है कि चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि उन्हें मामले में संक्षिप्त जवाब दाखिल करने के लिए समय चाहिए, जिसके बाद जस्टिस एएस गडकरी की सिंगल जज बेंच ने आदेश को आगे बढ़ा दिया. अदालत ने चोकसी को दो सप्ताह के भीतर इसे दाखिल करने का निर्देश दिया और कहा कि मामले की सुनवाई तीन सप्ताह बाद की जाएगी.

चोकसी ने बाद में ईडी के आवेदन को खारिज करने की मांग करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया. उसने विशेष अदालत को उन लोगों से बहने करने की अनुमति भी मांगी थी जिनके बयानों पर ईडी चोकसी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने की मांग किया जा रहा है.

इस बीच चोकसी के वकील माइकल पोलक ने उसके एंटीगुआ का नागरिक होने के नाते सोमवार को कैरीबियाई समुदाय से कथित अपहरण के मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की. लंदन में जस्टिस अब्रॉड के निदेशक पोलक ने चोकसी का मुद्दा उठाने के लिए कैरेबियाई समुदाय को इस संबंध में पत्र लिखा है. पोलक ने चोकसी के कथित अपहरण मामले में स्कॉटलैंड यार्ड से जांच का अनुरोध किया है. एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने पिछले सप्ताह देश की संसद को स्पष्ट रूप से बताया था कि उन्हें ब्रिटेन की जांच एजेंसी से इस संबंध में कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है.

हालांकि पोलक ने दावा किया कि 62 वर्षीय चोकसी को एंटीगुआ में एक विला में बुलाया गया, फिर उसकी पिटाई की गई. उन्होंने दावा किया कि चोकसी को एक व्हीलचेयर से बांध दिया गया और फिर समुद्र के रास्ते डोमिनिका की ओर भेज दिया गया था, जो देश के कानून का उल्लंघन है और कैरीबियाई समुदाय के लिए एक बड़ी परीक्षा है.

लंदन के वकील पोलक ने कहा कि चोकसी को एंटीगुआ से अपहरण करके डोमिनिका ले जाए जाने की घटना ने कैरीबियाई देशों की ओर विश्व का ध्यान आकृष्ट किया और ‘हमने इस संगठन (कैरीबियाई देशों के संगठन कैरीकॉम) से इस मानवधिकार उल्लंघन के बारे में अब तक कुछ नहीं सुना है.’ उन्होंने कहा कि संगठन के महासचिव इर्विन लारोस्क से मिलने के लिए एक अनुरोध किया गया है. गौरतलब है कि चोकसी डोमिनिका में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोपों का सामना कर रहा है और वह 30 मई से अस्पताल में भर्ती है.

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