यूपी में मतगणना से इतनी महंगी हो गईं साइकिलें, जानिए वजह

युद्ध की वजह से अंतरराष्‍ट्रीय और स्‍थानीय बाजार में मची उथल-पुथल

यूपी में विधानसभा चुनाव सोमवार को सातवें चरण के मतदान के साथ ही सम्‍पन्‍न हो गया। कल एग्जिट पोल के नतीजे भी आ गए। 10  मार्च को मतगणना होनी है। इस बीच चुनाव परिणाम जाननेे के अलावा लोगों की उत्‍सुकता जिस दूसरे घटनाक्रम को लेकर सबसे ज्‍यादा है वो है रूस-यूक्रेन युद्ध। युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे छात्र-छात्राओं की वापसी का सिलसिला लगातार जारी है तो वहीं इस युद्ध की वजह से अंतरराष्‍ट्रीय और स्‍थानीय बाजार में मची उथल-पुथल का असर भी दिखने लगा है।

रूस-यूक्रेन युद्ध का अप्रत्क्ष असर कच्चे माल की कीमतों पर सीधा दिख रहा है। मेटल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी से साइकिल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो गई है। साइकिल और पार्ट्स का निर्यात करने वाली कंपनियों ने पुराने ऑर्डर को रद्द कर नये दर पर आपूर्ति करने के लिए ई-मेल किया है। लोहा और एल्युमिनियम की कीमतों के बढ़ने से साइकिल की कीमतों में 500 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक की बढ़ोतरी हो गई है।

साइकिल की कीमतों में न्यूनतम 500 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।’ चीन और ब्रिटेन से आता है ज्यादातर माल: साइकिल का आयात चीन, वियतनाम, कोरिया के साथ ही ब्रिटेन से होता है। ब्रिटेन से आने वाली साइकिल में अधिक हिस्सा एल्युमिनियम का होता है। लोहे की कीमतों में 20 रुपये प्रति किलो और एल्युमिनियम की कीमतों में भी 30 से 40 रुपये की बढ़ोतरी से साइकिल की लागत बढ़ गई है। वहीं शहर के साइकिल विक्रेताओं ने बताया कि कोरोना काल के कारण पहले ही धंघा चौपट हो गया था, लेकिन अभी कुछ ठीक होता की विश्व परिपेक्ष्य में रूस-युक्रेन युद्ध शुरू हो गया है, जिसके कारण मेटल के दामों में वृद्धि हो गई।

होली के पहले बढ़े इन चीजों के दाम 

होली के पर्व से पहले बाजार में खाने-पीने की वस्तुओं में आग लग गई है। लंबे समय से स्थिर चीनी, मैदा, आटा की कीमतों में 10 फीसदी तक की उछाल देखी जा रही है। वहीं खाद्य तेलों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आटा प्रति किलो 25 रुपये से लेकर 40 रुपये तक बिक रहा है। वहीं चीनी की कीमतों में भी लंबे समय बाद उछाल दिख रहा है। वहीं खाद्य तेलों में भी 15 दिन के अंदर 20 से 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो गई है।

कार की कीमतों में भी होगी बढ़ोतरी

बाइक और कार की कीमतों में बढ़ोतरी की आहट एजेंसियों को मिलने लगी है। कारोबारी मान रहे हैं कि अप्रैल महीने से ऑटो सेक्टर में दुश्वारियां शुरू होंगी। बाइक शोरूम के मालिक नितिन मातनहेलिया का कहना है कि ऑटो कंपनियां अप्रैल में रेट रिवाइज करती हैं। कच्चे माल की कीमतों के साथ पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए कीमतों में इजाफा तय माना जाता है।

लोहे का ग्रिल बनवाना महंगा हुआ

मकान बनवाने वाले लोगों को भी युद्ध का झटका झेलना पड़ रहा है। पादरी बाजार निवासी संजीव श्रीवास्तव ने 50 किलोग्राम के ग्रिल का ऑर्डर 80 रुपये प्रति किलो की दर से दिया था। सोमवार को वह ऑर्डर लेने पहुंचे तो दुकानदार ने कहा कि 110 रुपये प्रति किलो की दर से डिलीवरी होगी। दुकानदार काजू ने दलील रखी की 80 रुपये लोहा खरीद कर 110 रुपये से कम में बिक्री पर नुकसान ही होगा

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