“सोनिया गांधी को हर महीने ₹500 करोड़..” पूर्व CM का कोर्ट में दावा, पूर्व BJP सांसद पर मानहानि का केस

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्व बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है। अर्जुन सिंह ने एक प्रेस वार्ता के दौरान सनसनीखेज दावा किया था कि हुड्डा ने मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए हर महीने सोनिया गांधी को ₹500 करोड़ रुपये भेजने की बात कही थी। हुड्डा ने इस आरोप को बेबुनियाद, दुर्भावनापूर्ण और राजनीतिक साजिश बताया है।
क्या कहा अर्जुन सिंह ने? सोनिया गांधी को फंडिंग का आरोप
8 जुलाई को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में प्रेस से बात करते हुए अर्जुन सिंह ने कहा:
“हुड्डा ने मुझसे कहा था कि अगर आप हर महीने की 30 तारीख को सोनिया गांधी को ₹500 करोड़ नहीं भेजेंगे, तो आपको मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा।”
इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। सोशल मीडिया और कई न्यूज चैनलों ने इस पर रिपोर्टिंग की, जिससे मामला और ज्यादा तूल पकड़ गया।
हुड्डा की प्रतिक्रिया: झूठी कहानी से साख को पहुंचा नुकसान
भूपेंद्र हुड्डा ने इस बयान को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अर्जुन सिंह ने जानबूझकर उनकी सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि यह बयान न केवल झूठा है, बल्कि उनके दशकों के राजनीतिक जीवन पर सवाल उठाने की घटिया कोशिश है।
हुड्डा की ओर से वकीलों ने 7 दिन के भीतर सार्वजनिक माफी, बयान की वापसी और सोशल मीडिया से टेकडाउन की मांग की है। ऐसा न होने की स्थिति में मानहानि का केस दायर किया जाएगा।
नोटिस की भाषा: “झूठा, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक”
हुड्डा द्वारा भेजे गए नोटिस में अर्जुन सिंह के बयान को “false, fabricated, malicious and defamatory” बताया गया है। नोटिस में कहा गया कि इस तरह का बयान एक जिम्मेदार राजनेता के लिए “पूरी तरह से अस्वीकार्य” है और इसका इरादा केवल राजनीतिक छवि खराब करने का है।
पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा पर चोट
नोटिस में यह भी उल्लेख है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा का परिवार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से जुड़ा है और उन्होंने हरियाणा में लगभग एक दशक तक मुख्यमंत्री के रूप में सेवा की है। साथ ही वे नेता प्रतिपक्ष और चार बार के सांसद रह चुके हैं। ऐसे में इस तरह के बयान उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक प्रतिष्ठा को गहरा नुकसान पहुंचाते हैं।
क्या जवाब देंगे अर्जुन सिंह? बीजेपी की ओर से चुप्पी
अभी तक अर्जुन सिंह या भारतीय जनता पार्टी की ओर से इस नोटिस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि कांग्रेस के नेताओं ने इसे “BJP की साजिश” बताया है और कहा है कि ऐसे झूठे आरोपों से जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
कानूनी विकल्प खुले, माफी न मिलने पर होगी कार्रवाई
नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि अगर अर्जुन सिंह 7 दिन में सार्वजनिक माफी नहीं मांगते और बयान वापस नहीं लेते, तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा आपराधिक और दीवानी मानहानि का केस दायर करेंगे। इस प्रक्रिया में अर्जुन सिंह को कोर्ट में जवाब देना पड़ सकता है और आर्थिक क्षतिपूर्ति की मांग भी की जा सकती है।
राजनीतिक असर: चुनावी माहौल में आरोप-प्रत्यारोप तेज
हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले इस प्रकार का विवाद एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। जहां कांग्रेस इसे अपने नेता की छवि पर हमला बता रही है, वहीं भाजपा खेमा अभी तक स्थिति पर चुप्पी साधे हुए है।
राजनीतिक साजिश या झूठ की सजा?
भूपेंद्र हुड्डा जैसे वरिष्ठ नेता पर ₹500 करोड़ की फंडिंग का आरोप न सिर्फ सनसनीखेज है, बल्कि इससे देश की राजनीति में ‘बयानबाज़ी की सीमाएं’ भी सवालों के घेरे में आ जाती हैं। अब देखना होगा कि अर्जुन सिंह सार्वजनिक माफी मांगते हैं या यह मामला कोर्ट तक पहुंचता है।