बड़ी खबर: “विराट कोहली समेत RCB टीम के इन खिलाड़ियों के खिलाफ FIR दर्ज”, CM और डिप्टी-CM भी शामिल

बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल 2025 जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 50 से अधिक घायल होने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हादसे के बाद सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और RCB खिलाड़ियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
भीड़ नियंत्रण में चूक
RCB की पहली आईपीएल खिताबी जीत के जश्न में हजारों प्रशंसक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर एकत्रित हुए थे। भीड़ का अनुमानित आंकड़ा 2 लाख से अधिक था, जबकि सुरक्षा व्यवस्था इतनी बड़ी भीड़ को संभालने में नाकाम रही। प्रवेश द्वारों पर भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग कुचले गए और कई घायल हो गए।
सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत: लापरवाही के आरोप
सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने क्यूबन पार्क पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, KSCA और RCB खिलाड़ियों ने आयोजन में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की, जिससे यह हादसा हुआ। उन्होंने इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: विपक्ष का सरकार पर हमला
इस घटना के बाद विपक्षी दलों भाजपा और जेडी(एस) ने कांग्रेस सरकार पर आयोजन में लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए, जिससे यह त्रासदी हुई। विपक्ष ने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
सरकार की प्रतिक्रिया: मुआवजा और जांच के आदेश
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने घटना की
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं, जिसकी रिपोर्ट 15 दिनों में प्रस्तुत की जाएगी। उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने भी हादसे पर दुख जताया और कहा कि सरकार इस घटना की पूरी जिम्मेदारी लेती है।
न्यायपालिका की सक्रियता: हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान
कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए सरकार से पूछा है कि RCB खिलाड़ियों के सम्मान समारोह का निर्णय किसने लिया और इसके लिए क्या सुरक्षा उपाय किए गए थे। अदालत ने सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
जवाबदेही और सुधार की आवश्यकता
बेंगलुरु की यह घटना एक बार फिर से बड़े आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की गंभीरता को उजागर करती है। सरकार और आयोजकों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे आयोजनों में सुरक्षा के सभी पहलुओं का ध्यान रखें, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।