हैदरी दल के दो गिरफ्तार.. लड़कियों को हिजाब उतारने के लिए करते थे मजबूर, जानिए क्या है पूरा मामला ?

बरेली के गांधी उद्यान (गांधी पार्क) में मंगलवार, 11 जून 2025 को हैदरी दल नामक सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़े दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि उन्होंने ईद‑केदिन पार्क में घूम रही युवतियों को जबरन रोका, धर्म और पहचान पूछी, अभद्रता की और वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर वायरल कर दिए। पुलिस ने साइबर और सर्विलांस सेल मिलकर जांच की, जिसके बाद एसएसपी अनुराग आर्य की मंजूरी से समीर रजा और शहवाज उर्फ सूफियान को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
घटना का पृष्ठभूमि
घटना की समयावधि: बकरीद के दिन पार्क में कुछ महिलाएं‑युवतियां घूम रही थीं। तभी आरोपियों ने उन्हें रोककर धर्म‑जाति जैसे व्यक्तिगत सवाल पूछे। जब युवतियां हटने लगीं तो धमकाया गया।
आरोपी कौन हैं
पुलिस ने फिलहाल दो आरोपियों को पकड़ा: समीर रजा – बारादरी इलाके के ईंट पजाया निवासी, शहवाज रजा उर्फ सूफियान – भुता थाना क्षेत्र के मलपुर निवासी, तीन अन्य भी वीडियो बनाने और ग्रुप चलाने में शामिल बताए जा रहे हैं:, मुफ्ती खालिद – पीलीभीत पूरनपुर निवासी, वर्तमान में बरेली में, रियाजुद्दीन – फरीदपुर के मझउआ का निवासी, गरीब शाह मस्जिद में इमाम इन सभी की आईडी और पासवर्ड साझा किए गए थे। आरोपियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी संचालन किया जा रहा था, जिसमें 25–35 आयु वर्ग के सदस्य शामिल थे।
पुलिस की जांच और कानूनी कार्रवाई
FIR दर्ज: चौकी इंचार्ज निरीक्षक नितिन राणा की तहरीर पर कोतवाली में FIR दर्ज की गई। वीडियोज़ तकनीकी जांच के लिए साइबर सेल को सौंपे गए। गिरफ्तारी: एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर सोमवार को समीर रजा और शहवाज रजा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है। साइबर व सर्विलांस जांच: सर्विलांस सेल ने वीडियो के आधार पर डिजिटल पहचान और व्हाट्सएप ग्रुप का पता लगाया। अब बाकी आरोपियों की खोज की जा रही है।
समाज पर प्रभाव और प्रतिक्रिया
निजता का उल्लंघन: युवतियों के निजी पहचान और अभद्र व्यवहार वीडियो बनाकर सार्वजनिक करने से उनकी निजता व सम्मान भंग हुआ। साम्प्रदायिक गलत संदेश: आरोपियों ने धर्म‑जाति पूछकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की तक़दीर की। पुलिस ने सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाएँ भड़काने की ऐसी कोशिशों को बर्दाश्त नहीं किया।