महिला सिपाही की हत्या का खुला राज, कातिल आया सामने.. वर्दी पहने झाड़ियों में मिली थी लाश, चेहरा जलाकर फेंका

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी ज़िले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां महिला सिपाही विमलेश पाल की हत्या उसी के पति ने कर दी। शव चार दिन बाद झाड़ियों में मिला, वह वर्दी में थी और चेहरा बुरी तरह जला हुआ था। यही नहीं, आरोपी पति वही कॉन्स्टेबल है, जिस पर कभी महिला सिपाही ने रेप का केस दर्ज कराया था, बाद में उसी से कोर्ट मैरिज की थी। यह सनसनीखेज मामला यूपी पुलिस की कार्यशैली, महिला सुरक्षा और विभागीय तंत्र पर कई गंभीर सवाल खड़े करता है।

झाड़ियों में मिला जला हुआ शव, नेमप्लेट से हुई पहचान

सोमवार को महादेवा मंदिर में ड्यूटी पर नहीं पहुंचने के बाद से महिला सिपाही विमलेश पाल लापता थी। बुधवार सुबह एक ग्रामीण ने हाईवे किनारे झाड़ियों में एक शव देखा, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि शव वर्दी में था और चेहरे को जलाया गया था। पहचान छुपाने की कोशिश साफ नजर आ रही थी, लेकिन वर्दी पर लगी नेमप्लेट से शव की पहचान विमलेश के रूप में हुई। शव को कौवे नोच रहे थे, जो इस जघन्य अपराध की अमानवीयता को दर्शाता है।

मां का दर्द: “बेटी ही घर चला रही थी, अब सब कुछ उजड़ गया”

मृतका की मां मुनार देवी ने बताया कि उनकी बेटी ही परिवार का एकमात्र सहारा थी। “7-8 महीने पहले आरोपी ने कोर्ट मैरिज से भागने की कोशिश की थी, लेकिन जब जेल जाने का डर हुआ तो बेटी की मांग भर दी।” परिवार के पास मात्र डेढ़-दो बीघा जमीन और कच्चा मकान है। विमलेश की 2017 में पुलिस में भर्ती हुई थी और वह अकेले ही मां और बहनों की जिम्मेदारी निभा रही थी। अब पूरा परिवार उजड़ चुका है।

मामले में अकेला नहीं था पति? परिवार ने जताई आशंका

विमलेश के जीजा हृदयराम पाल ने दावा किया कि हत्या में केवल इंद्रेश शामिल नहीं हो सकता। “हम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट लेने आए थे, लेकिन पुलिस कह रही है कि रिपोर्ट थाने भेज दी गई है। हमें पूरा शक है कि इस हत्या में अन्य लोग भी शामिल हैं।” इस बयान से साफ है कि परिवार पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है और पूरी सच्चाई सामने लाने की मांग कर रहा है।

विवाह से पहले था रेप का मुकदमा, फिर कोर्ट मैरिज

साल 2024 में विमलेश ने आरोपी इंद्रेश मौर्य पर रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद समझौते की बात सामने आई और दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। IG प्रवीण कुमार के अनुसार, मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान में विमलेश ने बताया था कि वह अब कोई कार्रवाई नहीं चाहती और दोनों ने शादी कर ली है। लेकिन यह रिश्ता शुरू से ही दबाव और धमकियों पर आधारित था।

अकेले रहती थी विमलेश, पति का ट्रांसफर हो चुका था

विमलेश पाल बाराबंकी के सुबेहा थाने में तैनात थीं और थाने के पास किराए के कमरे में अकेली रहती थीं। उनके पति इंद्रेश मौर्य का ट्रांसफर एक साल पहले हरदोई हो गया था। इंद्रेश ने अपने नाम से स्कूटी खरीदी थी, जिससे विमलेश थाने आती-जाती थीं। यह दूरी शायद रिश्ते में तनाव का कारण बनी।

बहन का खुलासा: “इंद्रेश देता था जान से मारने की धमकी”

विमलेश की बहन पूजा ने कहा, “मेरी बहन काफी घबराई हुई थी। इंद्रेश ने रेप केस से बचने के लिए शादी की थी, लेकिन वह इस शादी से खुश नहीं था। वह बार-बार जान से मारने की धमकी देता था।” पूजा ने भावुक होकर कहा, “मेरी बहन ने बहुत कुछ सहा, उसे न्याय मिलना चाहिए। ऐसे इंसानों को जीने का हक नहीं।”

पुलिस लाइन में दी गई अंतिम विदाई, जीजा ने दी मुखाग्नि

बुधवार को बाराबंकी पुलिस लाइन के शहीद स्मारक पर विमलेश को अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। IG प्रवीण कुमार और अन्य अधिकारियों ने पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उनके शव को कांधा देकर कमरियाबाग श्मशान घाट ले जाया गया, जहां जीजा करन पाल ने उन्हें मुखाग्नि दी। सलामी के साथ एक बहादुर बेटी की विदाई हुई, जिसने अपने ही विभाग में जान गंवाई।

प्रेम, धोखा और हत्या—सिस्टम से सवाल

यह घटना केवल एक घरेलू झगड़े या पारिवारिक विवाद का मामला नहीं है, बल्कि यह बताती है कि किस तरह पुलिस महकमे के भीतर भी महिलाएं असुरक्षित हैं। पहले रेप केस, फिर शादी और अब निर्मम हत्या—यह पूरा घटनाक्रम सिस्टम की खामियों को उजागर करता है। अब देखना यह है कि क्या इंद्रेश मौर्य को कानून के तहत कड़ी सजा मिलती है या यह मामला भी फाइलों में दफ्न हो जाएगा।

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