“बॉर्डर तोड़कर भारत में घुस जाऊंगा, फिर हिंदुओं के साथ..” बांग्लादेशी का वीडियो अब हुआ वायरल, गुस्से में लोग..

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इन दिनों एक बांग्लादेशी युवक का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में युवक खुलेआम हिंदुओं के खिलाफ जहरीली और भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करता हुआ नजर आ रहा है। उसने दावा किया, “अगर भारत में किसी मुस्लिम को परेशान किया गया या मस्जिदें तोड़ी गईं, तो मैं बॉर्डर तोड़कर भारत में घुस जाऊंगा और हिंदुओं का कत्लेआम कर दूंगा।”

इस वीडियो को @pakistan_untold नामक ट्विटर हैंडल से 9 जुलाई 2025 को पोस्ट किया गया था, और इसे अब तक 62,000 से अधिक बार देखा जा चुका है। इसके अलावा, 2,000 से अधिक लोगों ने इसे लाइक किया है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कंटेंट किस हद तक वायरल हो चुका है।

यूजर्स ने दी तीखी प्रतिक्रिया, उड़ाया युवक का मजाक

वीडियो सामने आने के बाद लाखों की संख्या में यूजर्स ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने युवक को ट्रोल करते हुए लिखा, “भाई, रुक जा नहीं तो नस फट जाएगी। ओए सिंगल बैटरी, कोई एक झापड़ लगा दे तो बिखर जाएगा, और तू बातें औकात से ऊपर की कर रहा है।”

एक अन्य यूजर ने गंभीर टिप्पणी करते हुए लिखा, “दूसरों के देश के मामलों में टांग नहीं अड़ानी चाहिए। बेहतर हो कि तुम लोग अपनी स्थिति पर ध्यान दो, क्योंकि तुम्हारे देश में खुद अल्पसंख्यकों की हालत खराब है।”

क्या है इस वीडियो की सच्चाई?

हालांकि, यह वीडियो सोशल मीडिया पर बेशक वायरल हो चुका है और लोग इसे लेकर आक्रोशित हैं, लेकिन प्रमुख मीडिया संस्थानों ने इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं की है। इसलिए यह भी आशंका जताई जा रही है कि यह वीडियो संपादित या उकसावे के उद्देश्य से फैलाया गया हो सकता है।

सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही हेट स्पीच और फेक कंटेंट की वजह से यूजर्स को सच और झूठ में फर्क करना मुश्किल हो जाता है, और यही कारण है कि इस तरह के कंटेंट पर फैक्ट चेक की आवश्यकता होती है।

शेख हसीना सरकार के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ा अत्याचार?

वायरल वीडियो के संदर्भ में कुछ यूजर्स ने यह भी आरोप लगाया कि बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के बाद से वहां के हिंदू समुदाय पर अत्याचार बढ़ गए हैं। अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं, जिससे भारत में रह रहे कई नागरिकों में भी चिंता और आक्रोश देखने को मिल रहा है।

हालांकि इस विषय में भी कोई आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय पुष्टि या रिपोर्ट सामने नहीं आई है, लेकिन ऐसे घटनाक्रम दोनों देशों के बीच साम्प्रदायिक तनाव को हवा दे सकते हैं।

सरकार और एजेंसियों से जांच की मांग, सोशल मीडिया पर उठी आवाजें

लोगों ने भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से इस वीडियो की सत्यता की जांच करने और ऐसे जहरीले कंटेंट पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से यह भी अपेक्षा की गई है कि वे ऐसे हेट स्पीच से जुड़े वीडियोज़ को त्वरित रूप से मॉडरेट और रिपोर्ट करें।

सामाजिक एकता और क्षेत्रीय शांति के लिए यह ज़रूरी है कि इस प्रकार की भड़काऊ बयानबाजी को रोका जाए, ताकि धार्मिक और राष्ट्रीय सौहार्द बना रहे।

 

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