एनआरसी पर बांग्लादेश बिल्कुल भी फिक्रमंद नहीं, बेहद अहम है शेख हसीना का भारत दौरा

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना चार दिन के भारत दौरे पर आई है । इस दौरान दोनों देशों के बीच करीब छह से सात समझौता होंगे । बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को द्विप​क्षीय वार्ता के अलावा तीन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे । हालांकि इन परियोजनाओं को अभी तक उजागर नही किया गया है ।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में कहा, ‘हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच ट्रांसपोर्ट, कनेक्टीविटी, कैपसिटी बिल्डिंग और कल्चर के क्षेत्रों से जुड़े 6 से 7 समझौतों पर दस्तखत किए जाएंगे । दोनों नेता संयुक्त रूप से तीन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे । ये परियोजनाएं कौन सी हैं, इनके बारे में आपको शनिवार को पता चलेगा । वहीं प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान तीस्ता जल वितरण और रोहिंग्या का मसला उठने की भी पूरी संभावना है । हालांकि इस बैठक में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप (NRC) पर फोकस नहीं होगा । बातचीत के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग और संबंधों को बढ़ाने पर जोर होगा । इस दौरान दोनों पक्ष ‘ट्रेड’, ‘कनेक्टिविटी’, ‘डेवलपमेंट कोऑपरेशन’, ‘कल्चर’ और ‘पीपुल टू पीपुल’ संबंधों पर जोर देंगे ।

एनआरसी पर बांग्लादेश चिंतामुक्त

एनआरसी और अवैध प्रवासियों का मुद्दा ढाका के लिए चिंता का विषय है । हालांकि रवीश कुमार ने एनआरसी की प्रक्रिया को ‘आंतरिक’ बताया । उन्होंने कहा, ‘हम कहते रहे हैं कि यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चल रही एक प्रक्रिया है । यह अभी जारी है । इसलिए विदेश मंत्रालय का दृष्टिकोण है कि हम फिलहाल इसमें अपनी तरफ से कुछ नहीं कर सकते । मेरा मानना है कि यह समझना जरूरी है कि पहले जारी प्रक्रिया को पूरा होने दें । इसके बाद कई अपीलीय प्रक्रियाएं हैं ।’

वहीं गुरुवार शाम भारत में बांग्लादेश के राजदूत सैयद मुअज्जम अली की ओर से दिए गए भोज में प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा था कि वे नहीं समझतीं कि एनआरसी की प्रक्रिया में कोई परेशानी की बात है । उन्होंने कहा, ‘हमने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है । सबकुछ ठीक है ।’ दरअसल पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की 74वीं आम सभा के दौरान भी दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी ।

प्याज निर्यात पर प्रतिबंध

वहीं बांग्लादेश के लिए तीस्ता जल वितरण का मसला भी संवेदनशील मुद्दा है । हसीना की यात्रा से पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमिन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इस मुलाकात के दौरान बांग्लादेश और भारत के बीच सभी द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा होगी । इसमें रोहिंग्या से लेकर जीरो बॉर्डर किलिंग, तीस्ता और सीमा पार अन्य नदियों को लेकर समझौते शामिल हैं ।’ साथ ही प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत में बढ़ रही प्याज की कीमतों के बाद प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगने पर​ चिंता जताई है क्योंकि इसका असर बांग्लादेश पर भी पड़ रहा है । इस बारे में रवीश कुमार ने कहा, ‘प्रधानमंत्री का बयान हमने देखा है । हम यह देखने की कोशिश कर रहे हैं कि बांग्लादेश की पीएम ने जो चिंता जताई है । उसका क्या समाधान निकल सकता है ।’

यात्रा के परिणाम के बारे में कोई ‘पूर्वाग्रह’ नहीं चाहते

विदेश विभाग के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि वे नहीं चाहते कि यात्रा के परिणाम के बारे में कोई ‘पूर्वाग्रह’ हो । उन्होंने कहा, ‘मैं पहले से कोई धारणा नहीं बना सकता कि क्या चर्चा होने जा रही है । मैं सिर्फ कुछ बिंदु रख रहा हूं । रिश्ते कभी इतने करीब नहीं रहे । स्वाभाविक रूप से, द्विपक्षीय संबंधों को एक अलग ऊंचाई पर ले जाने के लिए दोनों देशों को ध्यान देना चाहिए । यह व्यापार और कनेक्टिविटी को विस्तार देगा । हम द्विपक्षीय संबंधों के अगले चरण की बात कर रहे हैं ।’

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और हसीना के बीच हैदराबाद हाउस में 11:30 बजे बैठक होगी और इसके बाद 1 बजे दोपहर को आधिकारिक भोज होगा । इसके बाद शाम साढ़े चार बजे शेख हसीना राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगी । रविवार को हसीना कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगी । इसके अलावा (शेख मुजीबुर रहमान पर फिल्म बनाने वाले) फिल्मकार श्याम बेनेगल भी बांग्लादेशी प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे । इनसे मुलाकात के बाद शेख हसीना सोमवार सुबह आठ बजे वापस बांग्लादेश के लिए रवाना होंगी ।

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