माँ को मारता रहा पिता.. हाथ जोड़ गिड़गिड़ाती रही मासूम, फिर बच्ची ने अचानक जो किया.. दहल जाएगा दिल, मौत

बांदा जिले के मवई गांव में एक 10 वर्षीय बच्ची ने घर में चल रहे माता-पिता के विवाद को देख कुएँ में कूदकर जीवन समाप्त कर लिया। प्राथमिक जांच व आसपास के कारणों का विश्लेषण किए जाने पर मामला भयावह घरेलू हिंसा की ओर इशारा करता है।

पूरा मामला क्या है ?

बच्ची अंजना, उम्र 10 वर्ष, पिता जीत कुमार और माता चंपा की सुपुत्र थी। वह पहले से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रही थी। बुधवार को जिला अस्पताल से उसे छुट्टी दी गई थी।

गुरुवार सुबह, चंपा पड़ोस की महिलाओं से अंजना की बीमारी के संदर्भ में किसी देवस्थान ले जाने की चर्चा कर रही थीं। यह बात सुनकर पिता जीत कुमार भड़क गए और अपनी पत्नी को पीटने लगे।

अंजना ने क्यों लिया ऐसा कदम ?

पिता द्वारा मां को पीटा जाना अंजना को बर्दाश्त नहीं था। उसने पिता से कहा, “मां को मत मारो, नहीं तो मैं कुएँ में कूद जाऊंगी”

इसके बावजूद पिता ने अपनी पत्नी पर मारना जारी रखा। अंजना ने घबराकर घर से निकलकर आसपास स्थित कुएँ तक भागी, जहाँ लगभग 100 कदम दूर पहुंचकर उसने छलांग लगा दी।

बचाव एवं पुलिस की कार्रवाई

घटनास्थल पर चंपा एवं स्थानीय लोग बेहद चिंतित हो गए। सूचना मिलते ही शहर कोतवाली की पुलिस और दमकल व रेस्क्यू टीम वहां पहुंची।

लगभग चार घंटे की मशक्कत के बाद अंजना का शव कुएँ से निकाला गया। यह भी पता चला कि पिता ने एक हंसिया उठाकर उसकी मां को धमकी भी दी थी, जिससे अंजना बहुत डर गई थी — वह स्थिति निभाने में असमर्थ रही।

सीओ प्रवीण कुमार यादव ने पुष्टि की कि पंचनामा की प्रक्रिया पूरी कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

घर की पृष्ठभूमि और संदर्भ

अंजना बीमार थी और “भूत‑प्रेत के साये” की वजह से देवीस्थान ले जाने का सुझाव मिला था।

उसकी बड़ी बहन नेहा ने बताया कि अंजना अक्सर ‘कुएँ में कूदकर मर जाने’ की बातें करती रहती थी।

वह परिवार में मझली संतान थी, जिसमें तीन बेटियां थीं।

यह दर्दनाक घटना ना केवल अंजना की व्यक्तिगत पीड़ा को दर्शाती है, बल्कि न्याय‑सुरक्षा, घरेलू हिंसा नियंत्रण व मानसिक स्वास्थ्य जाँच की हमारी व्यवस्था में खामियों को भी उजागर करती है। पुलिस व प्रशासन को इस दिशा में सुधार और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे निर्दोष बच्चों की पीड़ा जुड़ने से रोकी जा सके।

 

 

Related Articles

Back to top button