3 साल की बच्ची को उठा ले गए भेड़िये.. माँ से चिपक कर सो रही थी मासूम, जंगल में इस हाल में मिली ‘अंजलि’

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी तहसील के नौवन गरेठी गांव में रविवार रात एक दर्दनाक घटना घटी। तीन वर्षीय अंजलि अपनी मां के साथ घर के बाहर सो रही थी, जब रात लगभग 3:55 बजे एक भेड़िया उसे उठाकर ले गया। मां ने बताया कि वह अपने छह महीने के बच्चे के रोने पर जागी, तब तक भेड़िया अंजलि को ले जा चुका था। बाद में बच्ची का शव गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर मिला, जिसमें दोनों हाथों को भेड़िए ने खा लिया था ।
भेड़ियों के हमलों की बढ़ती घटनाएं: 10 मौतें, 30 से अधिक घायल
मार्च 2024 से सितंबर 2024 तक, बहराइच जिले में भेड़ियों के हमलों की श्रृंखला में कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 9 बच्चे शामिल हैं, और 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं । इन हमलों के पीछे छह भेड़ियों के एक झुंड का हाथ होने का संदेह है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया: ऑपरेशन ‘भेड़िया’ की शुरुआत
इन घटनाओं के मद्देनजर, उत्तर प्रदेश सरकार ने अगस्त 2024 में ‘ऑपरेशन भेड़िया’ शुरू किया। इस अभियान के तहत अब तक पांच भेड़ियों को पकड़ लिया गया है, जबकि एक अभी भी फरार है । वन विभाग की टीमें क्षेत्र में गश्त कर रही हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
ग्रामीणों की स्थिति: भय और असुरक्षा का माहौल
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार भेड़ियों को गांव में देखा है, लेकिन वन विभाग से संपर्क करने पर उन्हें वीडियो प्रमाण देने को कहा गया । अधिकांश ग्रामीण गरीबी के कारण बिना दरवाजे वाले घरों में रहते हैं, जिससे भेड़ियों के लिए घरों में प्रवेश करना आसान हो जाता है।
भेड़ियों का व्यवहार: विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि भेड़ियों का यह आक्रामक व्यवहार उनके प्राकृतिक आवास में बदलाव और भोजन की कमी के कारण हो सकता है। कुछ मामलों में, रेबीज से संक्रमित भेड़िए भी इंसानों पर हमला कर सकते हैं ।
सरकारी प्रयास और सलाह
प्रशासन ने ग्रामीणों को रात में घरों के अंदर सोने, दरवाजे बंद रखने और बच्चों पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है। साथ ही, गांवों में सौर ऊर्जा से चलने वाली लाइट्स और निगरानी कैमरे लगाने की योजना भी बनाई जा रही है।