Shocking: माँ ने 6 साल की बेटी को दी दर्दनाक मौत, 3 वर्षीय बेटा अस्पताल में.. वजह सोचने पर कर देगी मजबूर

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक मां ने अपनी ही मासूम बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी और बेटे की भी जान लेने की कोशिश की। यह घटना समाज को झकझोर देने वाली है, जिसमें पारिवारिक तनाव ने विकराल रूप ले लिया।
मां ने मासूम बेटी की ले ली जान
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आजमगढ़ जिले के मेंहनगर थाना क्षेत्र के गौरा गांव में मंगलवार को एक ऐसी हृदयविदारक घटना हुई, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। एक मां ने अपनी 6 वर्षीय बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी, और अपने 3 वर्षीय बेटे की भी गला दबाकर हत्या की कोशिश की, जो इस समय गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।
20 दिन पहले घर आया था पिता, तब से बिगड़ने लगे हालात
मृतक बच्ची के पिता सुनील यादव, लखनऊ में वाहन चालक के रूप में कार्यरत हैं और परिवार का खर्च चलाते हैं। वो करीब 20 दिन पहले अपने भाई मनीष यादव की शादी में शामिल होने के लिए गौरा गांव आए थे। घर लौटने के बाद से ही पारिवारिक माहौल तनावपूर्ण बताया जा रहा है।
पहले खुद को मारने की कोशिश, फिर बच्चों को बनाया निशाना
सोमवार की देर शाम सुनील की पत्नी ने पहले खुद से मारपीट की और आत्महत्या की कोशिश की। उसने फंदे से लटककर जान देने की कोशिश की, लेकिन समय रहते गांववालों ने उसे बचा लिया। लेकिन इसके बावजूद वह शांत नहीं हुई और देर रात उसने पहले अपनी 6 साल की बेटी का गला दबाकर हत्या कर दी, फिर 3 साल के बेटे को भी मारने का प्रयास किया, जिसे गम्भीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने शुरू की जांच, शव भेजा गया पोस्टमॉर्टम के लिए
घटना की जानकारी मिलते ही मेंहनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मृत बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। घायल बेटे का इलाज एक निजी अस्पताल में जारी है, जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
पति ने पत्नी के खिलाफ दी तहरीर
बच्चों के पिता सुनील यादव ने अपनी पत्नी के खिलाफ थाने में तहरीर दी, जिसमें उन्होंने पत्नी को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। मेंहनगर पुलिस ने केस दर्ज कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
पारिवारिक तनाव बना हत्या की वजह?
यह घटना केवल घरेलू हिंसा नहीं, बल्कि मानसिक अस्थिरता और पारिवारिक असंतुलन का उदाहरण है। बच्चों पर यह क्रूर हमला किसी भी संवेदनशील समाज के लिए चेतावनी है। पुलिस द्वारा की जा रही जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि इस घटना के पीछे क्या वास्तविक कारण थे।