UP: “तुमसे बड़ा हीरो हूं, अपने जिस बाप को बताना हो..” DM की दबंगई, डंडे से दौड़ाकर बड़े अधिकारी को पीटा

उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां के जिलाधिकारी (DM) विशाल भारद्वाज द्वारा सिंचाई विभाग के एक इंजीनियर को कार्यालय में डंडे से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में डीएम द्वारा न सिर्फ मारपीट की जा रही है, बल्कि धमकी भरे लहजे में कहा गया, “तुमसे बड़ा हीरो हूं मैं.. जिस बाप को बताना हो, बता देना।” यह घटना अब कानून, प्रशासन और आम जनता के बीच भारी चर्चा का विषय बन गई है।
घटना की पूरी जानकारी: DM ने की मारपीट, वीडियो में दिखी धमकी और घमंड
घटना आजमगढ़ कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित DRC कार्यालय में हुई, जहां सिंचाई विभाग के अवर अभियंता (JE) बृज भूषण राय से DM विशाल भारद्वाज ने सवाल-जवाब के दौरान आपा खो दिया। वीडियो में साफ दिखता है कि DM ने डंडे से इंजीनियर की पिटाई की और कई अपमानजनक टिप्पणियाँ कीं। उन्होंने कहा,
“तुमसे बड़ा हीरो हूं मैं.. जिस बाप को बताना है, बता देना।”
घटना के पीछे कारण बताया जा रहा है कि DM ने जेई से सड़क निर्माण को लेकर सवाल किया था, जिसमें वह संतुष्ट नहीं हुए। JE बृज भूषण राय सड़क निर्माण के मामले में आवश्यक कागजात व जवाब नहीं दे सके, जिससे नाराज होकर DM ने आपा खो दिया। DM की यह कार्रवाई कैमरे में कैद हो गई और वायरल होते ही प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठने लगे।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं: अफसरशाही या अराजकता?
वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कई लोगों ने इसे ‘अफसरशाही की गुंडागर्दी’ करार दिया और कहा कि जनता के सेवक बनकर बैठे अधिकारी खुद को भगवान समझ बैठे हैं। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि अगर एक जिम्मेदार पद पर बैठा अधिकारी इस तरह का व्यवहार करता है तो नीचे स्तर के कर्मचारियों और आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा?
सरकारी कर्मचारी संघों की प्रतिक्रिया: कार्रवाई की मांग
इस घटना पर सरकारी कर्मचारी संघों ने भी कड़ी आपत्ति जताई है। उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन और सिंचाई विभाग कर्मचारी संघ ने इस घटना को ‘गंभीर सेवा अनुशासन उल्लंघन’ बताया है और मुख्यमंत्री से तत्काल इस मामले में जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अफसरों का इस तरह का व्यवहार कर्मचारियों में भय और अपमान की भावना पैदा करता है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है।
सरकार की चुप्पी पर सवाल: अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं
घटना के बाद अभी तक न तो डीएम की ओर से कोई सफाई आई है और न ही सरकार या प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान दिया गया है। यह चुप्पी भी लोगों में रोष का कारण बन रही है। जनता यह जानना चाहती है कि क्या कोई अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग करके इस तरह की हिंसा कर सकता है?