तेरहवीं कार्यक्रम और डबल मर्डर ! माँ-बेटे की बेरहमी से हत्या, छोटा भाई-भाभी गंभीर.. वजह कर देगी हैरान

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां पुरानी जमीनी रंजिश ने एक ही परिवार की दो जिंदगियां लील लीं। खंडासा थाना क्षेत्र के महुआ पूरे फौजदार गांव में गुरुवार रात को लाठी-डंडों और सरियों से लैस हमलावरों ने एक परिवार को निशाना बनाया। मां-बेटे की मौत हो गई, जबकि छोटा बेटा और बहू गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। गांव में तनाव का माहौल है और पुलिस ने एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

पुरानी रंजिश ने ली हिंसक शक्ल

महुआ पूरे फौजदार गांव में रहने वाले माता प्रसाद का बेटा प्रेम कुमार (22) पिछले कई महीनों से गांव के ही सोनू पुत्र रामनाथ से जमीन को लेकर विवाद में उलझा था। मामला नायब तहसीलदार अमानीगंज के यहां विचाराधीन था। गांव में सभी को पता था कि दोनों पक्षों में तनाव चल रहा है, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि यह रंजिश इतनी भयावह शक्ल ले लेगी।

तेरहवीं कार्यक्रम में कहासुनी बनी हमले की भूमिका

गुरुवार की रात प्रेम कुमार का भाई कालू पड़ोस के गांव अंडूतारा में एक तेरहवीं कार्यक्रम में गया था। वहां उसकी दूसरे पक्ष के लोगों से तीखी बहस हो गई। गांव लौटने पर रात लगभग 10 बजे गाली-गलौज शुरू हो गई, जो जल्द ही हिंसा में बदल गई। इस बहस ने ही पूरे परिवार की नियति बदल दी।

घात लगाकर किया गया हमला

जैसे ही प्रेम कुमार घर पहुंचा, पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने उस पर लाठी-डंडों और सरिए से हमला बोल दिया। उसकी चीखें सुनकर मां कुंता (55), छोटा भाई दीनानाथ (18) और भाभी अनीता (28) उसे बचाने दौड़े। लेकिन हमलावरों का गुस्सा पूरे परिवार पर फूट पड़ा। सभी को बेरहमी से पीटा गया।

मां-बेटे की मौत, बाकी अस्पताल में भर्ती

घटना के तुरंत बाद डायल 112 को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां से गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने कुंता को मृत घोषित कर दिया, जबकि प्रेम की हालत नाजुक देखते हुए दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज और फिर लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेजा गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। दीनानाथ और अनीता का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।

गांव में पसरा मातम और खौफ

इस दोहरी हत्या से पूरे गांव में दहशत फैल गई है। लोग घरों में दुबक गए हैं और कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। तनाव की स्थिति को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। यह हमला सिर्फ एक परिवार पर नहीं, बल्कि पूरे गांव की शांति पर हमला है।

छह हमलावर हिरासत में, जांच जारी

प्रभारी थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने बताया कि तेरहवीं कार्यक्रम में विवाद के बाद इस वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।

न्याय की मांग कर रहा गांव

पीड़ित परिवार के परिजनों और गांव वालों की एक ही मांग है—हमलावरों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और इस प्रकार की घटनाएं दोबारा ना हों। इस वारदात ने यह साबित कर दिया है कि जमीनी विवाद अब केवल अदालतों तक सीमित नहीं, बल्कि लोगों की जान लेने तक पहुंच चुका है।

 

 

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