Shocking: 40-50 टन आम के नीचे दबे मजदूर! 9 की दर्दनाक मौत, कई घायल – CM ने कहा तुरंत मदद दो, जानिए पूरी घटना

आंध्र प्रदेश के अन्नामय्या जिले में रविवार देर रात एक आम लदी लोरी अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें कम से कम 9 लोग मारे गए और 12 से अधिक घायल हुए। यह दर्दनाक हादसा रीड्डिपल्ली गांव के पास पुल्लमपेट मंडल में हुआ। पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सभी पीड़ित कृषि मजदूर थे, जो आम की लदाई तक ट्रक की छत पर सवार होकर जा रहे थे।
कौन थे ये पीड़ित: भूमिहीन मजदूरों की मौत की गूंज
हादसे के समय ट्रक पर अनुमानित 21 agrarian labourers सवार थे ।
ट्रक आम भरके राजाम्पेट मंडल की इशुकपल्ली गांव से रेलवे कोडूर मंडल स्थित मंडी की ओर जा रहा था ।
मृतकों में थे: चित्तेमा (25), सुब्बा रत्नम (45), गज्जाला दुर्गया (32), गज्जाला श्रीनु (33), गज्जाला लक्ष्मी देवी (36), राधा (39), गज्जाला रामाना (42), वेंकटा सुब्बम्मा (37), मुनिकंदर (38)
ज्यादात्तर पीड़ितों और घायल मजदूरों का संबंध एसटी कॉलोनी, सेत्तिगुंता (रेलवे कोडूर) से बताया गया है ।
दुर्घटना का समय व कारण: बस बीच रात में हुए पलटने ने दी वार
हादसा रविवार रात लगभग 9:30 बजे हुआ, जब ट्रक एक नहर के बांध पर पलट गया ।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि चालक ने रेत में फंसे पीछे के पहिए से संतुलन खो दिया, जिससे ट्रक पलटा और उन पर दब गया ।
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि चालक ने गाड़ी पलटने से बचने को कार से टकरावा बचाने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रही ।
बचाव एवं अस्पताल में इलाज: प्रशासन की त्वरित कार्यवाही
पुलिस दल और बचाव टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुँचीं और घायल मजदूरों को राजाम्पेट सरकारी अस्पताल (GGH) में भर्ती कराया गया ।
मुख्यमंत्री N. चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर गहरा दुख जताया और जिला अधिकारियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया ।
राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर ने भी पीड़ितों के प्रति संवेदनाएँ व्यक्त करते हुए घायल मरीजों के उचित इलाज का निर्देश दिया ।
ओवरलोडिंग और मजदूरों की दयनीय हालत
यह घटना उन आवागमन की जटिलता को उजागर करती है, जिसमें मजदूर और माल एक साथ ट्रक की छत पर लदे जाते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है।
ओवरलोडिंग, रात में यात्रा और सड़कों पर गैर-मानक मार्ग जैसे कारक अक्सर जानलेवा साबित होते हैं।
बेहतर नियमों और सामाजिक बदलाव की ज़रूरत
यह दर्दनाक हमला पुनः एक बार चोट करता है कि सड़क सुरक्षा नियमों का सख़्ती से पालन व अवैध लोडिंग की रोकथाम तत्काल आवश्यक है। सरकारी निगरानी, ट्रक लोडिंग नियमों का पालन और हर मजदूर के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय प्रशासन और सरकार को मिलकर काम करना होगा।