अब ख़त्म हो जाएगी दिल्ली में हिंसा ! अमित शाह और अरविन्द केजरीवाल ने की बैठक

देश की राजधानी दिल्ली नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। शाहीन बाग से लेकर जाफराबाद और मौजपुर में भी यह प्रदर्शन किया गया लेकिन यह प्रदर्शन हिंसात्मक हो गया है। आज तीसरे दिन भी उत्तरी पूर्वी दिल्ली में परिस्थितियां तनावपूर्ण रही। उत्तरी पूर्वी दिल्ली में जमकर पत्थरबाजी और आगजनी की गई | लोगों ने गाड़ियां, घर तक जला दिए। वहीं आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें दिल्ली के कई इलाकों में हो रही हिंसा के हालात की समीक्षा भी की गई। इस बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।

इस दौरान अमित शाह ने सभी दलों से संयम बरतने पार्टी लाइन से ऊपर उठाने का आग्रह किया। अमित शाह ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड पर पहले से ही पर्याप्त सुरक्षा बल मौजूद हैं और स्थिति नियंत्रण में है। गृह मंत्री अमित शाह ने मीडिया और जनता से अपील करते हुए कहा कि अफवाह फैलाने और गैर सत्यापित जानकारी देने से बचें। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस के अनावश्यक आलोचना से बचा जाना चाहिए क्योंकि इससे पुलिस का मनोबल गिरता है

इस दौरान अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर से लोकल पीस कमेटियां सक्रिय करने को कहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों से लगी दिल्ली की सीमा पर पिछले 3 दिनों से निगरानी की जा रही है। नागरिकता कानून से संबंधित सुप्रीम कोर्ट की आगामी सुनवाई के मद्देनजर दिल्ली पुलिस सीमा पर पर्याप्त एहतियात बरत रही है।

अमित शाह ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात किए जा सकते हैं। उन्होंने राजनीतिक दलों और बयानबाजी से बचने का आग्रह किया क्योंकि इससे स्थिति और भड़क सकती है। अमित शाह ने कहा कि पेशेवर आकलन यह है कि राजधानी में हिंसा स्वतः भड़की है। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर भरोसा जताया और कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने अधिकतम संयम दिखाया है।

अमित शाह ने अफवाहों को फैलने से रोकने की अपील करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को पुलिस के साथ मिलकर इन अफवाहों को दूर करना चाहिए और जनता के बीच डर को दूर करना चाहिए। उन्होंने मीडिया से भी जिम्मेदारी से संवाद करने और अफवाहें फैलाने से बचने की अपील की। उन्होंने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर से कहा कि पुलिस नियंत्रण कक्ष में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तैनात किया जाए ताकि अफवाहों को जल्दी से रोका जा सके।

गृहमंत्री ने एक स्थानीय पीस कमेटी को सक्रिय करने पर जोर दिया जिसमें सभी समाज के प्रतिनिधि, प्रतिष्ठित स्थानीय लोग और सभी धर्मों के लोग शामिल हों। शाह ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे अपने स्थानीय प्रतिनिधियों को संवेदनशील क्षेत्रों में बैठकें आयोजित करने के लिए कहें और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जल्द से जल्द संवेदनशील पुलिस स्टेशनों का दौरा करने का निर्देश दें। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती का आदेश भी दिया। गृहमंत्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस एक पेशेवर संगठन है और यह तनाव रोकने के लिए जरूरी पुलिस बल तैनाती के निर्णय के लिए पर्याप्त रूप से सक्षम है। बैठक में मौजूद सभी लोगों ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या पर दुख व्यक्त किया।

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