बड़ी खबर: यूपी में BJP सांसद के करीबी ट्रांसपोर्टर की सरेआम हत्या.. निशाना इतना सटीक, सारी गोलियां टारगेट पर..

अलीगढ़ में शुक्रवार को दिनदहाड़े हुए एक सनसनीखेज मर्डर केस ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीजेपी सांसद सतीश गौतम के करीबी माने जाने वाले ट्रांसपोर्टर और प्रॉपर्टी डीलर सोनू चौधरी की उनकी चलती कार में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को गांव के बाहर अंजाम दिया गया और शूटर इतने प्रशिक्षित थे कि एक भी गोली निशाने से नहीं चूकी।

कार के शीशे से सीधे सीने में लगीं

कोडरा गांव निवासी 40 वर्षीय सोनू चौधरी शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे अपनी सफेद क्रेटा कार से अलीगढ़ जा रहे थे। वह गांव से मात्र 400 मीटर दूर पहुंचे थे कि बाइक सवार बदमाशों ने उनकी कार को घेर लिया। चश्मदीदों के अनुसार, बदमाशों में से एक ने हेलमेट पहन रखा था। इसके बाद उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। कार के सामने का शीशा चीरते हुए चार गोलियां सीधे सोनू चौधरी के सीने और सिर में जा लगीं।

मौके पर लहूलुहान हालत में पड़े थे सोनू

गांव वालों ने घटना के तुरंत बाद पुलिस और परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सोनू को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भाई रिंकू चौधरी ने बताया कि जब वे मौके पर पहुंचे तो सोनू कार के अंदर लहूलुहान हालत में थे। अस्पताल पहुंचने तक उनकी सांस चल रही थी, मगर इलाज के दौरान मौत हो गई।

10 साल पहले भी हुई थी भाई की हत्या

परिवार पहले से ही एक दर्दनाक इतिहास झेल चुका है। रिंकू ने बताया कि करीब 10 साल पहले उनके दूसरे नंबर के भाई राजेश चौधरी की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब तीसरे नंबर के भाई सोनू की जान गई। घर में चार भाई थे — देवेंद्र, राजेश, सोनू और रिंकू। सोनू की शादी हो चुकी थी और उनके दो बेटे हैं।

प्रोफेशनल शूटर होने का शक, एक भी गोली नहीं चूकि

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, चारों गोलियां कार के सामने वाले शीशे को चीरती हुई सीने में लगीं। सभी गोलियां बेहद सटीक थीं, जिससे शक गहराया है कि हत्या किसी प्रोफेशनल शूटर ने की है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि यह सुपारी किलिंग हो सकती है। वहीं, सोनू प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी में भी थे, जिससे राजनीतिक रंजिश का एंगल भी सामने आया है।

फोरेंसिक टीम को मिले 4 खोखे

पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने जांच कर साक्ष्य जुटाए। सोनू की कार के अंदर से चार खोखे बरामद किए गए हैं। कार के सामने वाले शीशे पर ड्राइवर सीट की तरफ चार छेद मिले हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमला कार के ठीक सामने से किया गया। इससे वारदात की योजना और तैयारी दोनों ही साफ झलकती हैं।

तीन टीमें गठित, सीडीआर और CCTV फुटेज की जांच शुरू

सीओ धनंजय सिंह ने बताया कि कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और तीन अलग-अलग टीमें इस मामले की जांच में जुट गई हैं। क्षेत्र के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही, घटना के वक्त आसपास एक्टिव मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) भी निकाली जा रही है ताकि हमलावरों तक पहुंचा जा सके।

क्या कहता है राजनीतिक एंगल?

चूंकि मृतक सोनू चौधरी भाजपा सांसद सतीश गौतम के करीबी माने जाते थे और स्थानीय राजनीति में सक्रिय होकर प्रधानी चुनाव लड़ने की तैयारी में थे, ऐसे में यह भी जांच का अहम विषय बन गया है कि कहीं हत्या के पीछे कोई राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता तो नहीं है।

यूपी में कानून व्यवस्था फिर सवालों के घेरे में

दिनदहाड़े हुई इस हत्या ने उत्तर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। एक आम व्यक्ति के साथ-साथ राजनीतिक रूप से जुड़े लोगों को भी सरेआम गोली मारी जा रही है। अब देखना होगा कि पुलिस इस हाई-प्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा कितनी जल्दी कर पाती है।

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