अखिलेश की विजय रथ यात्रा:सपा अध्यक्ष ने 5 घंटे में 4 विधानसभाओं को कवर किया,

बोले- 2022 में UP से बाबा के साथ 'बुल' और बुलडोजर भी चले जाएंगे

लखीमपुर हिंसा पर अखिलेश बोले- किसानों और कानून को कुचला गया

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कानपुर से विजय रथ यात्रा का शंखनाद किया। 190 किलोमीटर यानी 4 जिलों से गुजरने वाली इस यात्रा को नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में जन्मे खजांची नाम के बच्चे ने हरी झंडी दिखाई। यात्रा कानपुर के जाजमऊ से होते हुए नौबस्ता और फिर घाटमपुर पहुंची। इस दौरान अखिलेश ने 5 घंटे में 4 विधानसभा क्षेत्र को कवर किया। अखिलेश ने लखीमपुर हिंसा को लेकर यूपी सरकार पर तीखा हमला बोला। कहा कि लखीमपुर में जिस तरह से किसानों और कानून को कुचला गया है। ऐसे में अब लगता है कि संविधान को कुचलकर धज्जियां उड़ाने की तैयारी है।

उन्होंने आगे कहा, ‘2022 में बाबा सीएम अकेले नहीं जाएंगे। इनके साथ बुल और बुलडोजर भी चला जाएगा। हमारे बाबा मुख्यमंत्री बुलडोजर लेकर घूम रहे हैं और सड़कों पर बुल (बैल) घूम रहे हैं। सड़क पर चलने वाले जानवरों से न जाने कितनों की जान चली गई। आए दिन किसी किसान की जान गई। कभी कोई मोटरसाइकिल टकराई तो कहीं कार। इसलिए आने वाले समय में जब भाजपा का सफाया होगा, तब बाबा मुख्यमंत्री का भी सफाया होगा। साथ ही बुल और बुलडोजर भी चला जाएगा।

कानपुर एक औद्योगिक शहर
कानपुर में विजय रथ यात्रा शुरू करने पर अखिलेश ने कहा कि यह जिला इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि सपा ने लगातार यहां विकास किया। कानपुर एक औद्योगिक शहर है। मगर आज यहां के कारोबार ठप हैं। ये वो शहर है, जो न केवल रोजगार दे सकता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम कर सकता है। यहां के कारखाने शुरू हों तो व्यापार बढ़ेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने दावा किया कि 2022 के चुनाव में सपा की ही सरकार बनेगी।

हमारी विजय यात्रा किसानों और दलित भाइयों के लिए
नवेली निगनाहट बिजली घर घाटमपुर पर अखिलेश यादव ने कहा कि गंगा किनारे से शुरू हुई और यमुना के किनारे तक पहुंची समाजवादी विजय रथ यात्रा में लगातार पार्टी कार्यकर्ता दिखाई दिए। उनका जोश बता रहा है कि इस बार पूरी ईमानदारी से सपा की विजय होने जा रही है। विजय यात्रा का मतलब, सिर्फ विजय ही नहीं है। इस यात्रा से हमारे किसानों, नौजवानों, व्यापारियों, पिछड़े भाइयों, दलित भाइयों, अल्पसंख्यक भाइयों की विजय होगी।

सिर्फ UP में ऐसा होता है, जहां IPS फरार
मनीष हत्याकांड पर अखिलेश ने कहा कि कानपुर के व्यापारी को पीट-पीटकर मार दिया गया। पुलिस फरार है, कुछ पकड़े गए। देश के आंकड़े देखे जाएं तो यूपी की कानून व्यवस्था सबसे खराब है। महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा उत्पीड़न और अन्याय यूपी में ही हो रहा है। सिर्फ UP में ऐसा होता है कि IPS फरार है। BJP रही तो नौकरी, रोजगार की उम्मीद छोड़ देनी होगी।

गंगा मइया आज तक साफ न हो सकीं
अखिलेश ने कहा कि एक समय पर गंगा मइया का किसी ने आर्शीवाद लिया था और उन्होंने भरोसा दिलाया था कि मां गंगा को हम साफ-सुथरा कर देंगे। बताओ आज कितने साल पूरे हो गए हैं? उन्होंने कहा कि जहां से हमारी यात्रा शुरू हुई है, कई नदियां बीच में आईं हैं और यमुना तक हम लोग पहुंचे हैं। यही नदियां कुछ गंगा में जुड़ जाती हैं और कुछ यमुना में जुड़ जाती हैं। दोनों ही जाकर संगम में मिल जाती हैं और फिर गंगा मइया में एक होकर बहती हैं। बिना इन नदियों के साफ हुए ही गंगा मइया कैसे साफ होंगी? हमें भाजपा से इसकी उम्मीद नहीं हैं। अगर जनता को उम्मीद होती तो गंगा मइया अब तक साफ होकर बह रही होंती।

पेट्रोल 100 पार तो सरसों का तेल भी 200 पार
भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग कहते थे कि हमें बहुमत दे दो, हम किसानों की आय दो गुनी कर देंगे। मगर आय की जगह महंगाई दो गुनी हो गई। पेट्रोल 100 रुपए पार पहुंच गया है और डीजल भी धीरे-धीरे उसी राह पर है। वहीं, उज्जवला योजना के नाम पर सिलेंडर बांट दिए गए। घर में गैस पहुंचा दी। मगर गरीब भरवा नहीं पा रहा है। कीटनाशक दवा, सरसों का तेल भी महंगा हो गया। मुनाफा किसके हाथ में जा रहा है, ये बात सब जान रहे हैं। 2022 में उत्तर प्रदेश से बाबा के साथ बुल और बुलडोजर भी चले जाएंगे।

सपा के लिए खून भी दे सकते
वहीं, इस दौरान अखिलेश यादव की उपस्थिति में राजाराम पाल ने कांग्रेस को छोड़ सपा की सदस्यता ली। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के लिए मेरा खून भी समर्पित है। पूर्व सांसद ने कहा कि विजय रथ को आगे बढ़ाने में मेरा शरीर काम आया तो लगा दूंगा।

5 घंटे में इन 4 विधानसभाओं को साधा

कैंट विधानसभाकिदवई नगर विधानसभाबिठूर विधानसभाघाटमपुर विधानसभा सीट

कानपुर में विजय यात्रा में करीब 20 से 25 हजार की भीड़ जुटी। इससे कई घंटे तक ट्रैफिक डिस्टर्ब रहा।

गंगा किनारे से शुरू यात्रा यमुना तक जाएगी
अखिलेश के साथ लखनऊ से 25 गाड़ियों का काफिला कानपुर पहुंचा। जिलों से 80 से 100 गाड़ियां और जुड़ीं। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम भी साथ हैं। वहीं, इस यात्रा में एक समर्थक अपने पूरे शरीर पर अखिलेश यादव जिंदाबाद लिखाकर पहुंचा। विजय यात्रा के रास्ते में जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए हैं। कानपुर में 20 से 25 हजार की भीड़ विजय यात्रा में जुटी।

इस यात्रा को ऐतिहासिक इसलिए भी कहा जा रहा है कि पहली बार नवरात्र में गंगा के किनारे (कानपुर) से चुनावी अभियान शुरू हुआ है, जो यमुना किनारे तक जाएगा। इस तरह से सपाई गंगा-जमुनी तहजीब को बढ़ावा देने की बात भी कह रहे हैं। विजय यात्रा के कारण कानपुर-लखनऊ हाईवे पर जाम के कारण यातायात रेंगता हुआ नजर आया।

एक समर्थक अपने पूरे शरीर पर अखिलेश यादव जिंदाबाद लिखाकर पहुंचा।

190 किलोमीटर यात्रा का ये है रूट
कानपुर गंगापुल से नौबस्ता फिर नवेली निगनाहट बिजली घर घाटमपुर। इसके बाद रथ यात्रा हमीरपुर पहुंचेगी। यही पर अखिलेश रात रुकेंगे। 13 अक्टूबर को हमीरपुर से कुरारा होते हुए जालौन के कालपी रथ पहुंचेगा। वहां से कानपुर देहात के माती रवाना होगा।

2012 के विधानसभा चुनाव में कानपुर शहर, देहात से लेकर हमीरपुर और जालौन में सबसे ज्यादा सीटें सपा के हिस्से में आईं थीं। विजय रथ यात्रा के रास्ते सपा एक बार से वही मुकाम हासिल करना चाहती है।

इस यात्रा के जरिए अखिलेश यादव कानपुर-बुंदेलखंड का दौरा करेंगे, जो एक दौर में बसपा का गढ़ माना जाता था।

दो दिन में 190 किलोमीटर की यात्रा में अखिलेश 4 जिलों का भ्रमण करेंगे।

कौन है खजांची, जिसने दिखाई हरी झंडी
2 दिसंबर 2016 को कानपुर देहात की एक महिला ने बैंक की लाइन में एक बच्चे को जन्म दिया। इस बच्चे का नाम यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खजांची रखा था। अखिलेश हर साल उसका जन्मदिन भी मनाते हैं। इस साल भी लखनऊ में सपा के दफ्तर में खजांची का जन्मदिन मनाया जाएगा। कहा जा रहा है कि इसमें खुद अखिलेश यादव भी शामिल होंगे।

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