वित्त वर्ष के मद्देनजर देश के कारोबारियों और वेतनभोगियों के लिए अखिलेश यादव ने उठाई आवाज

कोरोना वायरस के चलते भारत सहित पूरी दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर भी इसका बुरा असर पड़ा है। ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस के चलते लड़खड़ाने लगी है। ऐसे समय में देश के कारोबारियों पर बड़ा असर पड़ा है, बहुत से बिजनेस खत्म से हो गए है। देश में ज्यादातर राज्यो में लोकडाउन से बड़ी बड़ी कंपनियों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भारत सरकार को कहां है कि देश के कारोबारियों, वेतनभोगियों और चार्टर्ड अकाउंटेंट पर कोरोना के अलावा वित्त वर्ष के अंतिम सप्ताह का भी दबाव है। इसलिए बिना किसी दंड और शुल्क के समय और नियमों की ढील की घोषणा सरकार को कर देनी चाहिए।

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि “देश के कारोबारियों, वेतनभोगियों और चार्टर्ड अकाउंटेंटो पर कोरोना के अलावा वित्त वर्ष के अंतिम सप्ताह का भी दबाव है। सरकार को तत्काल बिना किसी अतिरिक्त दण्ड व शुल्क के कर व रिटर्न संबंधी अतिरिक्त समय व नियमों में ढील की घोषणा करनी चाहिए व करदाताओं को सरकारी भय से मुक्त करना चाहिए।”

बता दें कि देश की अर्थव्यवस्था पहले से बहुत रुक गई है। कोरोना वायरस के चलते आयात और निर्यात पर फर्क पड़ा है। जिसके चलते देश आज बदलती अर्थव्यवस्था की मार भी झेल रहा है। इतना ही नहीं देश में ज्यादातर राज्य लाकडाउन कर दिए गए हैं। जिससे बहुत सी कंपनियां बंद हो गई है। बहुत सी कंपनियां हैं जिनको भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है ऐसे में जब वित्तीय वर्ष समाप्त होता है तो इन कारोबारियों पर अत्यधिक दबाव बढ़ जाएगा। जिसके चलते अखिलेश यादव ने देश के कारोबारियों पर सरकार से ये बड़ी अपील की है।

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