1200 किमी अपने पिता को साइकिल पर दरभंगा ले जाने वाली ज्योति के खाते में अखिलेश यादव ने डाले 1 लाख

दिल्ली से दरभंगा अपने पिता को साइकिल पर बिठा कर ले जाने वाली 15 वर्षीय ज्योति कुमार को मंगलवार को ₹100000 की सहायता समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा दी गई है। अखिलेश यादव ने ज्योति कुमार की मां फूलों देवी के खाते में ₹100000 की राशि भेजी है। अखिलेश यादव ने 21 मई के दिन ज्योति के जज्बे को सलाम करते हुए उन्हें सहायता देने का ऐलान किया था और मंगलवार के दिन उन्हें यह सहायता दी गई।

बता दें कि ज्योति कुमार की अपने पिता के साथ साइकिल पर दिल्ली से दरभंगा जाने की यात्रा की पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी चर्चा हो रही है। डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर ज्योति के हौसले को सलाम किया था। जिसके बाद से ही ज्योति कि देश विदेश में खूब चर्चा हो रही है। ज्योति के लिए अपने पिता को 1200 किलोमीटर साइकिल पर लेकर जाना कोई आसान काम नहीं रहा है। ज्योति को दिल्ली से दरभंगा पहुंचने में लगभग 1 सप्ताह लगा था जब वह अपने दरभंगा पहुंची थी।

बता दें कि ज्योति के पिता गुरूग्राम अलग थे और उनके एक दुर्घट बाद में अपनी मां और जीजा के साथ गुरुग्राम रहने आई थी और फिर माता-पिता की देखभाल के लिए वह वहीं रुक गई थी। जिसके बाद देश में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते चले गए और देश को लॉक डाउन कर दिया गया। जिसके कई दिनों तक दोनों गुरुग्राम में ही रहे हालांकि जब हालात बेहद खराब हो गए तो उन्होंने साइकिल पर वापस अपने गांव का सफर तय करने का फैसला किया। ज्योति कुमार अपने पिता को 1200 किलोमीटर साइकिल पर दरभंगा तक लेकर गई।

इसके बाद भारतीय साइकिलिंग महासंघ के निदेशक ज्ञान सिंह ने ज्योति को क्षमतावान करार देते हुए कहा कि महासंघ उसे ट्रायल का मौका देगा और अगर वह सीएफआई के मान को में थोड़ी भी खरी उतरती हैं तो उसे विशेष ट्रेनिंग और कोचिंग मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए ज्योति कुमार भी अब तैयारियां कर रही है।

वही आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार प्रवासी मजदूरों की मदद करने सामने आए हैं। जब उन्होंने ज्योति कुमार के बारे में सुना था उस समय ही उन्होंने ज्योति की मदद करने के लिए ऐलान कर दिया था। इससे पहले भी अखिलेश यादव लगातार प्रवासी मजदूरों की मदद करने के लिए आगे आए हैं।

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