अखिलेश यादव ने शाह के चैलेज को किया एक्सेप्ट,भाजपा के किसी नेता से बहस करने को तैयार

अखिलेश यादव ने कहा- वह भाजपा के किसी भी नेता से किसान मुद्दे पर कर सकते हैं बहस

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में 2 हफ़्तों से कम का समय बचा हुआ है. ऐसे में पार्टी के नेताओं के बीच जुबानी जंग लगातार जारी हैं. वैसे में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चैलेज किया था कि डाटा के साथ आए और लॉ इन आर्डर पर उनसे बहस करे. चलिए जानते अमित शाह के इस चैलेज पर अखिलेश यादव ने क्या जवाब दिया है.

अखिलेश यादव ने एक्सेप्ट किया शाह का चैलेज

जानकारी के मुताबिक केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अखिलेश यादव को चैलेज किया है कि वह डाटा के साथ आए और लॉ इन आर्डर पर उनसे बहस करें. ऐसे में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसका जवाव देते हुए कहा कि किसान के मुद्दे पर बीजेपी का कोई नेता जब चाहे बहस कर ले, उन्होंने कहा भाजपा को बताना चाहिए कि तीन काले कानून क्यों लाए थे और अब वह किसानों के हक में क्यों नहीं है.

सपा प्रमुख ने कहा भारतीय जनता पार्टी ने ये कानून इसलिए हटाए हैं क्योंकि इन्हें वोट चाहिए. उन्होंने कहा इन्हें शर्म आनी चाहिए. जिनकी वजह से 700 किसानों की जान गई. अखिलेश यादव ने कहा न जाने कितने दिन कितने किसान धरने पर बैठे रहे. मजबूर होकर बीजेपी ने उन कानूनों को वापिस लिया है.

सवाल बहस का नहीं बीजेपी देगी जवाब-अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा ये सवाल बहस का नहीं है बल्कि भारतीय जनता पार्टी जवाव देगी कि किसानों की आय दोगुनी हुई या नहीं हुई. उन्होंने कहा जो पहलवान कुश्ती में हारने लगता है वह हाथ-पैर मारने लगता है. कभी- नोचता है कभी काटता है कभी- कभी तो गला भी दबा देता है. ये वो कोशिश है बीजेपी कि जो ये जनता इस बार के चुनाव में नाकाम करेगी.

इतना ही नहीं उन्होंने कहा किसान अब जागरूक हो चुका है इनको अब वह सबक सिखाएगा. सपा अध्यक्ष ने कहा वेस्ट यूपी में इस बार चुनाव चौधरी चरण सिंह जी के विरासत का चुनाव है. यहां भाई चारे का चुनाव है. इस बार किसान को बीजेपी को जवाब देना चाहिए लखीमपुर खीरी में किस तरह किसानों को रौंदा गया था. जिसक व्यक्ति ने कुचला है उसके पिता बीजेपी सरकार में गृह राज मंत्री हैं उनकी कितनी महिमा मंडित किए जा रहे हैं. उन्होंने का बीजेपी जवाब दे उनके सरकार के गृह राजमंत्री के बेटे ने किसान को कुचले थे या नहीं?

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