लगातार सामने आ रही विमानों में गड़बड़ी, 5 घंटे रनवे पर खड़ा रहा ये प्लेन.. बिना AC यात्रियों की हालत खराब, फिर कैंसिल

जयपुर से बेंगलुरु (और उसके बाद सूरत तक) के लिए रवाना होने वाली एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX‑2749 में तकनीकी खराबी और एसी फेलियर की वजह से यात्रियों को कैबिन में कई घंटों तक असुविधा का सामना करना पड़ा, और उड़ान अंततः रद्द कर दी गई—इस बीच कई यात्री स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं में रहे।

तकनीकी खराबी से तीन बार हुआ विलंब, पहले एसी और फिर इंजन ओवरहीट

यह उड़ान 11:30 बजे जयपुर एयरपोर्ट से बेंगलुरु के लिए निर्धारित थी, लेकिन तकनीकी खामी के कारण पहली बार 3 बजे, फिर 5 बजे, और अंत में 6:30 बजे तक टल गई।

तीसरी बार बोर्डिंग के बाद कैबिन की हवा बंद कर दी गई, जिससे यात्री बिना एसी और बंद दरवाज़ों वाले विमान में आंतरिक तापमान की चपेट में आ गए ।

बाद में पता चला कि इंजन ओवरहीट हो गया था, इसलिए विमान को गर्म हालात में उतारना पड़ा ।

यात्रियों की चीखें और विरोध

करीब 200 यात्री लाउंज में इकट्ठा होकर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करने लगे।

यात्रियों का कहना है, “10 बजे सुबह से शाम 6:30 तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे, न खाना दिया गया और न समस्या का समाधान बताया गया” ।

एक यात्री राजेश मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा:

“गेट बंद कर अंदर रोस्ट किया गया, आखिर रद्द करना पड़ा।”

इंटरनल AC फेलियर और ह्यूमन स्ट्रगल

जयपुर–सूरत फ्राइट (IX‑196) की एक अन्य पोर्टन में एक जैपुर निवासी महिला ने वीडियो शेयर किया, जिसमें यात्रियों को 5 घंटे तक बिना एसी, बिना सूचना और बिना सहारा के फंसा बताया गया।

वीडियो में बच्चे सहित अनेक यात्री पसीने से तरबतर नज़र आए, सहायता कॉल बटन दबाते रहे लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली ।

एक यात्री ने कहा, “यह गंभीर सुरक्षा चूक है—बिना जानकारी और सहायता के कैबिन में रखना बहुत अविचारपूर्ण है” ।

एयरलाइन की प्रतिक्रिया और मानवीय पहल

एयर इंडिया एक्सप्रेस का कहना है कि गर्मी के दौरान टैक्सी और बोर्डिंग के वक्त APU से कमी होती है लेकिन टेकऑफ़ के बाद एयर कंडीशनिंग सिस्टम पूरी तरह चालू हो जाता है ।

हालांकि, यह सफ़ाई यात्रियों और विशेषज्ञों में संतोषजनक नहीं मानी जा रही, क्योंकि सोशल मीडिया पर लगातार अरज़ियाँ और प्रतिकूल टिप्पणियाँ आ रही हैं ।

इससे पहले पुणे–जयपुर की फ्लाइट IX‑2714 में भी ऐसी ही एसी खराबी के कारण एक यात्री बीमार पड़ा था और विमान को टेकऑफ़ रोकना पड़ा ।

एयर इंडिया एक्सप्रेस की जयपुर फ्लाइट में पूर्ण तकनीकी और सर्विस विफलता एक बार से ज़्यादा बार सामने आई है—जिसमें 200 यात्री कैद, गंभीर गर्मी, रद्द उड़ान, बच्चों सहित यात्रियों की परेशानी व स्वास्थ्य जोखिम सामने आया।

एयरलाइन का दावा है कि तकनीकी सीमाएं थीं, लेकिन यात्रियों की बेईमानी और लापरवाही की आंशका बनी हुई है।

अब DGCA अथवा अन्य एजेंसियों द्वारा गहन जांच और जवाबदेही जरूरी हो गई है—न कि बस ट्विटर पोस्ट और माफीनामे तक ही सीमित।

 

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