जिस प्लेन स्टाफ को विमान क्रैश में मरा समझा, वो निकले जिंदा.. RIP वीडियो वायरल.. खुद सामने आकर बताई सच्चाई

हाल ही में एयर इंडिया फ्लाइट AI171 की दुर्घटना को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि हादसे में पायलट समेत कई क्रू मेंबर्स की मौत हो गई है। वीडियो में ‘RIP’ संदेश के साथ दो पायलटों और 10 अन्य क्रू मेंबर्स की तस्वीरें दिखाई जा रही हैं। हालांकि, यह दावा पूरी तरह भ्रामक और झूठा है। दरअसल, जिन लोगों को मृत बताया गया, वे सभी सुरक्षित हैं और जीवित हैं।
वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर फैलाई सनसनी
एक वायरल वीडियो में दावा किया गया कि अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई और इसमें 12 लोगों की मौत हो गई। वीडियो में पायलटों और केबिन क्रू की तस्वीरें लगाई गई थीं, जिनके नीचे ‘RIP’ लिखा गया था। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो को तेजी से शेयर किया, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
सच्चाई क्या है? जिंदा हैं सभी क्रू मेंबर्स
इस वीडियो को लेकर एयर इंडिया की केबिन क्रू मेंबर यशस्वी शर्मा ने खुद सामने आकर बयान दिया है। उन्होंने कहा: “हम सभी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। वीडियो में जिन लोगों को मृत दिखाया जा रहा है, वे सभी जिंदा हैं। कृपया इस तरह की अफवाहों को फैलाना बंद करें।” यशस्वी शर्मा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर वायरल दावों का खंडन किया और यह स्पष्ट किया कि कोई दुर्घटना नहीं हुई है और न ही किसी की मृत्यु।
वायरल वीडियो कहां से आया?
वायरल वीडियो में दिखाया गया दुर्घटना दृश्य, 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट AI171 का बताया गया है, लेकिन वास्तव में ऐसी कोई दुर्घटना हुई ही नहीं थी। वीडियो को गलत तरीके से संपादित किया गया और कुछ पुराने हादसों की फुटेज और तस्वीरों को जोड़कर बनाया गया।
वीडियो पूरी तरह फेक
इस वीडियो की जांच की और पाया कि इसमें दिखाई गई जानकारियां फर्जी हैं। वीडियो में प्रयोग की गई तस्वीरें एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 की हैं, लेकिन कोई दुर्घटना नहीं हुई और सभी क्रू मेंबर स्वस्थ और जीवित हैं।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर हो सकती है कार्रवाई
इस तरह की झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाना आईटी एक्ट और साइबर कानूनों के तहत अपराध है। एयरलाइंस और संबंधित प्राधिकरण ऐसे वीडियो की निगरानी कर रहे हैं और जो लोग इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।