एक के बाद एक मामले ! आखिर कितनी फ्लाइट होंगी रद्द ? क्या हादसे के बाद संकट में आ गई है “Air India” ?

12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787 ‘ड्रीमलाइनर’ विमान (AI171) की टेकऑफ़ के तुरंत बाद भारी दुर्घटना हुई, जिसमें 240 से अधिक लोग मारे गए और केवल एक यात्री बच गया। इस दुखद हादसे के बाद यात्रियों में खौफ व्याप्त हुआ और एयर इंडिया को कई उड़ानों को तकनीकी कारण से रद्द करना पड़ा। घटना ने भारत में विमान सुरक्षा और एयरलाइन कम्युनिकेशन पर गंभीर प्रश्न उठा दिए।

12 जून को विमान कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ ?

AI171 लंदन गाटविक के लिए अहमदाबाद एयरपोर्ट से शाम 1:38 बजे उड़ा। टेकऑफ़ के लगभग 30 सेकेंड बाद ही यह केवल 625 फुट की ऊँचाई पर अचानक नीचे गिरा और बी.जे. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की बिल्डिंग से टकराया, जिससे जोरदार आग लग गई। कुल यात्रियों व क्रू में 242 लोग थे, जिनमें से मात्र एक ही यात्री — ब्रिटिश नागरिक विष्वाश कुमार रमेश — बचे।

ब्लैक बॉक्स एवं कारणों की जाँच

दोनों ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा वॉक रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) बरामद किये गए हैं। भारत के AAIB की अगुवाई में अमेरिकी NTSB, FAA और ब्रिटेन की टीमों द्वारा पूरी जांच चल रही है। शुरुआती जांच में इंजिन फेलियर, माइक्रोस्टॉल या मेकेनिकल गड़बड़ी के संकेत मिल रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट तीन महीने में अपेक्षित है, और डिजिटरिएशन निरीक्षण तेज किया जा रहा है।

विमान रद्द और ट्रैवल-हुकुम

दुर्घटना के बाद हड़कंप मचा और तकनीकी सुरक्षा की समीक्षा तेज हुई। अहमदाबाद‑लंदन विमान AI‑159 तकनीकी वजह से 17 जून को रद्द हो गया। उतना ही नहीं, मुंबई-अहमदाबाद और अहमदाबाद–रांची मार्गों पर भी उड़ानें रद्द/देरी हुईं, जिससे यात्रियों में रोष विद्यमान है।
12 जून 2025
AI171 (अहमदाबाद–लंदन): क्रैश—टेकऑफ के मुकाबले बहुत कम ऊँचाई पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया ।
16 जून 2025
AI2493 (मुंबई–अहमदाबाद): क्रू के कार्य समय सीमा (FDTL) के कारण रद्द हुई।
17 जून 2025
AI159 (अहमदाबाद–लंदन Gatwick): तकनीकी खराबी के चलते रद्द हुई ।
AI315 (हांगकॉग–दिल्ली): आँकड़ों के अनुसार, तकनीकी समस्या के कारण एयरपोर्ट पर ही फ्लाइट को वापस लौटना पड़ा।
AI379 (फुकेट–दिल्ली): बम की धमकी के कारण थाईलैंड में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई; हथियार बरामद नहीं।

यात्रियों में भय और माहौल की अनिश्चितता बढ़ने के परिणामस्वरूप कई अन्य फ्लाइट्स में टेक्निकल व सुरक्षा कारणों से रद्दीकरण की घटनाएँ सामने आईं।

बचा यात्री और स्थानीय स्थिति

विचित्र नज़रिए से बचे विष्वाश रमेश को अहमदाबाद सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। स्थानीय अस्पतालों में मारे गए लोगों के शवों की डीएनए-पहचान हो रही है और कुछ की अंत्येष्टि हुई है। दुर्घटना स्थल की सफाई एवं मलबा हटाने में फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ, सेना और CISF की संयुक्त कार्रवाई जारी है।

अविश्वास और ट्रैवल उद्योग पर प्रभाव

एयर इंडिया 787 की पहली फेटल क्रैश होने से बोइंग और एयरलाइन की छवि धुंधली हुई है। ट्रैवल एजेंटों ने यूरोप व अन्य गंतव्यों के लिए कैंसिलेशंस रोक दिए, जिससे राजस्व क्षति हुई। यात्रियों ने एयरपोर्ट व एयरलाइन की सुरक्षा व संप्रेषण प्रणाली पर सवाल खड़े किये हैं।

अहमदाबाद दुर्घटना के बाद तकनीकी जांचें, उड़ानों का रद्द होना और यात्रियों में भय—ये सभी मिलकर एक गंभीर अलार्म हैं। पारदर्शिता, स्पष्टीकरण और सुरक्षा के लिए एयर इंडिया व सरकार पर अब भरोसा बहाल करने की जिम्मेदारी है। यात्रियों की जान और विश्वास की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।

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