Ahmedabad Crash: कौन हैं वो पायलट, जो उड़ा रहे थे प्लेन ? क्रैश से ठीक पहले MAYDAY कॉल और..

गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून दोपहर एयर इंडिया का विमान टेकऑफ़ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में 242 लोग सवार थे, और टीम में कप्तान सुमीत सभरवाल और सह-पायलट क्लाइव कुन्दर शामिल थे। मीडिया और सोशल मीडिया अब कप्तान सभरवाल के प्रोफेशनल रिकॉर्ड और उड़ान अनुभव पर गहराई से ध्यान दे रहे हैं—क्या इस अनुभवी पायलट के हिसाब से किसी तकनीकी गड़बड़ी ने भूमिका निभाई?
सुमीत सभरवाल — कौन हैं ये अनुभवी कप्तान?
डीजीसीए के अनुसार कप्तान सुमीत सभरवाल एक भरे-पूरे लाइन ट्रेनिंग कैप्टन (LTC) हैं। उन्होंने अब तक 8,200 घंटे की उड़ान पूरी कर ली है—जो किसी भी पायलट के लिए बेहद अनुभवी स्तर माना जाता है। उनके साथ कार्यरत सह-पायलट क्लाइव कुन्दर भी लगभग 1,100 घंटे उड़ान अनुभव वाले हैं।
MAYDAY कॉल और घटना के क्षण
विमान ने रनवे नंबर 23 से 1:39 PM IST पर टेकऑफ़ किया और तुरंत बाद एक MAYDAY कॉल जारी की। इसके बाद विमान से कोई और संचार नहीं हुआ और वो एयरपोर्ट की सीमा से बाहर मेघानी नगर इलाके में गिर गया, जहाँ से घने काले धुएँ ने दुर्घटना की गंभीरता बयां की।
दुर्घटना स्थल पर आपात बचाव अभियान
स्थानीय दमकल, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। घायल यात्रियों को निकटवर्ती अस्पतालों में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया, और ‘ग्रीन कॉरिडोर’ एवं हॉस्पिटल व्यवस्था तत्काल स्थापित की गई।
जांच की दिशा — अनुभव से तकनीकी परेशानी तक
डीजीसीए और बोइंग के तकनीकी दल इस विमान के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) व कोकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक धारणा यह है कि भारी ईंधन (लंदन के लिए ढाई घंटे की दूरी) विस्फोट के दायरे को बढ़ा सकता है—लेकिन दुर्घटना का मूल कारण दो-तीन दिन में स्पष्ट होगा ।
तकनीकी इतिहास — 787 ड्रीमलाइनर की पिछली समस्याएँ
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर मॉडल पर पहले भी कई तकनीकी सवाल उठ चुके हैं—जैसे हाइड्रोलिक लीक और फ्लैप फेलियर के मामूली नोट्स। इनका रोल इस हादसे से दोहराया जा रहा है, इसलिए जांच एजेंसियाँ इन्हें भी गहराई से देख रही हैं ।
अमूल्य बचाव सहयोग — सरकारी प्रतिक्रिया
गुजरात की राज्य सरकार समेत केंद्रीय मंत्री अमित शाह और गृह मंत्री राम मोहन नायडू ने विमान हादसे की गंभीरता पर चिंताएँ प्रकट की हैं। पीएम मोदी ने भी तत्काल राहत-कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।
कप्तान सुमीत सभरवाल जैसे अनुभवी पायलट की मौजूदगी इस जटिल मामले को और भी संदिग्ध बनाती है। उनके अनुभव के बावजूद हादसा न केवल तकनीकी लेकिन मानव-संबंधित पहलुओं पर भी सवाल उठाता है। अब पासबुक रिकॉर्डर और फॉरेंसिक रिपोर्ट इन सबका दस्तावेज़ होंगी।