रील बनाते समय हादसा: यमुना में डूबी 6 लड़कियां.. भाई को छोड़ना पड़ा हाथ.. सभी की मौत, 1.5 km दूर मिलीं लाशें

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सिकंदरा क्षेत्र स्थित नगला स्वामी गांव में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। यमुना नदी में नहाने गईं छह बहनें अचानक गहराई में चली गईं और डूबने लगीं। इस हादसे में चार बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो बच्चियों की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

वीडियो बनाते समय हुआ हादसा

घटना मंगलवार सुबह 10 बजे की है, जब गांव के सुरेश और दिनेश की बेटियां—मुस्कान (17), संध्या (15), दिव्या (14) और नैना (13)—नहाने के लिए यमुना नदी गई थीं। उनके साथ टेढ़ी बगिया, आगरा से आईं मौसी की दो बेटियां सोनम और शिवानी भी थीं। बताया जा रहा है कि लड़कियां नहाते समय मोबाइल से रील बना रही थीं, तभी वे अचानक गहराई में चली गईं और एक-दूसरे का हाथ पकड़कर डूबने लगीं।

बहनें डूबने लगीं तो बचाने कूदे भाई, फिर छोड़ना पड़ा हाथ

इस परिवार के चार चचेरे भाई पहले से ही नदी पर नहा रहे थे। जब बहनों के डूबने की आवाज आई, तो दो भाई उन्हें बचाने कूद गए। उन्होंने सोनम और मुस्कान को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन जब एक बहन ने घबराकर भाई का पैर पकड़ लिया, तो वह भी डूबने लगा। जान बचाने के लिए उसे बहन का हाथ छोड़ना पड़ा और वह किसी तरह बाहर निकल आया। तुरंत गांव में खबर दी गई और परिवार के लोग मौके पर पहुंचे।

1.5 किमी दूर मिलीं लाशें, स्टीमर और गोताखोरों की मदद

घटनास्थल से 2 किमी दूर मौजूद स्टीमर और गांव के गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद नदी में बहकर 1.5 किमी दूर चार बच्चियों के शव बरामद किए गए। दो लड़कियों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। पुलिस के जवानों ने तुरंत CPR दिया, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लेकिन इलाज के दौरान अस्पताल में उनकी भी मौत हो गई।

मुस्कान की होनी थी शादी

मुस्कान की गोदभराई कुछ दिन पहले ही हुई थी और 5 जून को गंगा दशहरा के दिन उसका विवाह होना तय था। परिवार में शादी की तैयारियां चल रही थीं। इसी अवसर पर मौसी की बेटियां सोनम और शिवानी आगरा से आई थीं, ताकि वे गंगा दशहरा पर साथ स्नान कर सकें। लेकिन यह खुशी का माहौल पलभर में मातम में बदल गया।

एडिशनल सीपी का बयान

एडिशनल सीपी राम बदन सिंह ने मीडिया को बताया कि “नगला स्वामी गांव में छह बच्चियां नहाने के लिए यमुना नदी में गई थीं। एक बच्ची का पैर गड्ढे में फिसलने से वह डूबने लगी, और उसे बचाने के प्रयास में सभी बहनें गहराई में चली गईं। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर दो बच्चियों को CPR दिया और उन्हें अस्पताल भेजा गया।

लापरवाही से भरा स्नान बन गया मौत का कारण

इस हादसे ने एक बार फिर से ग्रामीण इलाकों में जल संसाधनों के पास सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर कर दिया है। बारिश के बाद यमुना जैसे नदी तट पर गड्ढों में भरे पानी से अनजान लोग अक्सर ऐसे हादसों का शिकार बनते हैं। प्रशासन को चाहिए कि संवेदनशील स्थलों पर चेतावनी बोर्ड, बैरिकेडिंग और निगरानी की उचित व्यवस्था हो, जिससे भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।

Related Articles

Back to top button