आगरा में बवाल ! सड़क पर जाम.. पुलिस पर पथराव.. और कार से तीसरी हत्या.. आखिर 3 की मृत्यु हादसा या लापरवाही ?

आगरा में करकुंज मार्ग पर हुए सड़क हादसे में घायल युवक की मौत के बाद शहर में तनाव का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों और परिजनों ने सूरसदन तिराहे पर जमकर हंगामा किया और सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस के हस्तक्षेप पर मामला और बिगड़ गया, जब प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पथराव कर दिया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है, जिससे स्थानीय जनता में गहरा रोष है।
एक जून को हुआ था भीषण टक्कर
एक जून को आगरा के करकुंज मार्ग पर तेज रफ्तार सफेद रंग की कार ने बाइक और ऑटो को टक्कर मार दी। कार सेक्टर 11 स्थित पानी की टंकी की ओर से करकुंज की तरफ जा रही थी, जबकि बाइक और ऑटो विपरीत दिशा से आ रहे थे। कार ने पहले बाइक को टक्कर मारी, जिस पर तीन युवक सवार थे, और फिर ऑटो को रौंदते हुए कई मीटर दूर तक घसीट दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक और ऑटो दोनों दूर जाकर गिरे, और घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई।
तीन मौतें और दो घायल: अस्पताल में मचा हाहाकार
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और घायलों को एस.एन. मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने वहां दो लोगों को मृत घोषित कर दिया, जिनकी पहचान गिहारा बस्ती, हरीपर्वत निवासी आशुतोष (21) और ऋतिक के रूप में हुई। वहीं गिहारा बस्ती के ही साजन और आवास विकास कॉलोनी, सेक्टर 12 निवासी सौरभ गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान साजन की भी मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या तीन हो गई।
परिजनों का आक्रोश: पुलिस कार्रवाई पर सवाल
साजन की मौत की खबर मिलते ही परिजन और स्थानीय लोग गुस्से में आ गए। सूरसदन तिराहे पर मृतक के परिजनों और अन्य लोगों ने हंगामा किया और एमजी रोड पर जाम लगाने की कोशिश की। उनका आरोप है कि हादसे के बाद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और आरोपी वाहन चालक अब तक गिरफ्तार नहीं हुआ है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कदम उठाए जाते तो एक और जान बचाई जा सकती थी।
पुलिस पर पथराव, स्थिति तनावपूर्ण
प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए जब पुलिस मौके पर पहुंची और बल प्रयोग किया, तो हालात और बिगड़ गए। कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया। इस झड़प के कारण कुछ देर के लिए सूरसदन तिराहे पर यातायात प्रभावित रहा।
अब तक की पुलिस कार्रवाई और आगे की मांग
मृतकों के परिजनों और स्थानीय लोगों की मांग है कि आरोपी कार चालक को जल्द गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए। अब तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है लेकिन मामले में गिरफ्तारी नहीं हुई है। घटना को लेकर क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है और प्रशासन पर निष्क्रियता के आरोप लग रहे हैं।
हादसा या लापरवाही – जवाबदेही तय होनी जरूरी
आगरा की यह घटना सिर्फ एक सड़क हादसा नहीं बल्कि जिम्मेदार एजेंसियों की उदासीनता का परिणाम है। तीन युवाओं की मौत ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है। अब समय की मांग है कि न्यायिक प्रक्रिया में तेजी लाकर पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।