बेरहम UP Police! जिनके परिवार के 3 मरे.. उन्ही पर बरसाईं ताबड़तोड़ लाठियां, बच्चों को भी नहीं बख्शा

आवास विकास कॉलोनी स्थित करकुंज मार्ग पर हुए भीषण सड़क हादसे में गिहार बस्ती के तीन युवा काल के गाल में समा गए। हादसे के बाद परिवारों के आंसुओं को न्याय की उम्मीद ने संबल दिया, लेकिन प्रशासन की बेरुखी और पुलिस की लाठीचार्ज ने इस पीड़ा को और गहरा कर दिया। मृतकों के परिजनों ने जब इंसाफ की मांग करते हुए सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। घटना में कई लोग घायल हुए और उल्टा पीड़ितों पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

हादसे में तीन जिंदगियां खत्म, पुलिस अब भी नाकाम

1 जून को करकुंज मार्ग पर तेज रफ्तार बोलेरो और बाइक की टक्कर में आशुतोष और रितिक की मौके पर ही मौत हो गई थी। तीसरा युवक साजन गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिसने मंगलवार तड़के इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। तीनों गिहार बस्ती, हरीपर्वत के निवासी थे। हादसे के बाद बोलेरो चालक मौके से फरार हो गया और अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

गम और गुस्से में बदला जनसमूह का प्रदर्शन

मंगलवार को जैसे ही साजन की मौत की खबर फैली, गिहार बस्ती के सैकड़ों लोग सूरसदन तिराहे पर शव रखकर धरने पर बैठ गए। इंसाफ की मांग कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस कार्रवाई में अर्जुन नामक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ। उसने बताया कि वह शव लेकर आ रहा था, तभी पुलिस ने उसे पीटना शुरू कर दिया। वह बेहोश होकर नाले के पास गिर गया, फिर भी पुलिस नहीं रुकी।

बच्चे और महिलाएं भी पुलिस की बर्बरता का शिकार

स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा। अर्जुन की बुआ जूली और मोहल्ले की अन्य महिलाओं ने बताया कि वे सिर्फ अपनी बात रखने गए थे, लेकिन पुलिस ने उन पर ही लाठियां बरसा दीं। कई घायल हो गए और अब उनके ही खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

मृतकों के परिवारों को अब तक नहीं मिली सरकारी मदद

साजन की दादी राधा ने बताया कि उनका पूरा परिवार पहले से ही संकट में था। बेटे-बहू की पहले ही मौत हो चुकी थी और अब पोते की भी जान चली गई। इलाज के लिए जमा पूंजी भी खत्म हो गई और उन्हें चंदा तक मांगना पड़ा। भाभी मीनाक्षी ने कहा कि अगर पुलिस हादसे के आरोपी की गिरफ्तारी समय से कर लेती, तो प्रदर्शन की जरूरत ही नहीं पड़ती।

लाठीचार्ज के बाद 150 लोगों पर केस दर्ज, नामजद भी शामिल

सूरसदन तिराहे पर हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 18 लोगों को नामजद करते हुए कुल 150 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें पुनीत उर्फ तबला, नीरज पांडे, मधू, सनी, राधा, संदीप, राहुल, जूली, पार्वती, ज्योति, बबली, रोहित, शिवानंद, अन्नू उर्फ अर्जुन, गुड्डी, राहुल कुमार और विशाल उर्फ बिरयानी शामिल हैं। एसीपी विनायक भोसले ने कहा कि केस गंभीर धाराओं में दर्ज किया गया है और गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।

सीसीटीवी में कैद हुई घटना, बोलेरो की पहचान, चालक फरार

पुलिस को घटना की सीसीटीवी फुटेज मिली है जिसमें देखा जा सकता है कि बोलेरो गाड़ी सेक्टर 11 पानी की टंकी से करकुंज की ओर आ रही थी। उसी वक्त बाइक सवार युवक सामने आ गए और हादसा हो गया। बोलेरो मालिक मौके से फरार हो गई। पुलिस ने बताया कि गाड़ी इटावा नंबर की है और मालिक की पहचान हो गई है। अब चालक की तलाश जारी है।

न्याय की उम्मीद में टूटते भरोसे का प्रतीक बना हादसा

इस हादसे ने न केवल तीन घरों के चिराग बुझा दिए, बल्कि पुलिस और प्रशासन की संवेदनहीनता को भी उजागर किया। पीड़ितों की आवाज को दबाने की कोशिश में जिस तरह से लाठीचार्ज और मुकदमे किए गए, वह सिस्टम पर सवाल खड़े करता है।

 

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